भोपाल
भेल कर्मचारी सहकारी उपभोक्ता भंडार के कर्ताधर्ताओं की जितनी तारीफ की जाए कम है। सदस्यों के भरोसे पर तो खरा नहीं उतर पाए लेकिन खेल पर खेल खेलते रहे। तेल घानी का मामले की चर्चा थमी भी नहीं तो बरखेड़ा के सुपर बाजार की चर्चाएं शुरू हो गई है। खास बात यह है कि सुपर बाजार के पीछे संस्था के कर्ताधर्ताओं ने भेल की जमीन पर रेस्टोरेंंट चलाने के लिए एक शेड बना डाला। इसकी अनुमति नगर प्रशासन से लेने की जरूरत ही नहीं समझी। शेड पहले से बना था या बाद में बनाया यह अलग बात है लेकिन शेड निर्माण के नाम पर जो राशि लगी वह संस्था की थी। इसका कितना सदुपयोग हुआ और कितना दुरूपयोग इसकी जांच की मंाग भेल कर्मचारी करने लगे है। वहीं भेल नगर प्रशासन उसकी आंखों के सामने उसकी जमीन पर नियम के विरूद्ध शेड निर्माण करते रहे लेकिन वह दोनों आंखें बंद कर तमाशा देखता रहा है। इसको लेकर अब कर्मचारी लामबंद हो रहे है।