रांची
झारखंड में सियासी सरगर्मी के बीच चंपई सोरेन के नेतृत्व में ‘इंडिया’ गठबंधन के एक शिष्टमंडल ने गुरुवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की। राज्यपाल से मुलाकात कर राजभवन से बाहर निकलने के बाद चंपई सोरेन ने उम्मीद जताई कि राज्यपाल नई सरकार गठन को लेकर जल्द ही फैसला लेंगे। चंपई सोरेन ने बताया कि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन की ओर से जल्द फैसला लेने का भरोसा दिलाया गया। फिलहाल राज्यपाल की ओर से अभी नई सरकार को लेकर शपथ ग्रहण का समय नहीं दिया गया है।
राज्यपाल की ओर से जल्द निर्णय का दिया गया आश्वासन
राजभवन से बाहर निकलने के बाद चंपई सोरेन ने बताया कि गठबंधन की ओर से राज्यपाल से बताया गया कि बुधवार रात को ही साढ़े आठ बजे सरकार बनाने का दावा पेश किया गया है। लेकिन काफी विलंब हो गया है, 20 से 22 घंटा बीत चुका है, इसलिए जल्द से जल्द नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू की जाए। राज्यपाल की ओर से आश्वासन मिला कि वे जल्द निर्णय लेंगे। चंपई सोरेन ने बताया कि राज्यपाल को दिए गए समर्थन पत्र में 43 विधायकों का हस्ताक्षर है। इसके अलावा चार-पांच अन्य विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है। उन्होंने बताया कि दो विधायक रांची से बाहर है, वे भी पहुंच रहे हैं, जबकि एक विधायक की तबीयत ठीक नहीं है, वहीं हेमंत सोरेन का हस्ताक्षर भी जल्द ही मिल जाएगा।
इंडिया विधायकों की ओर से एकता प्रदर्शित
इंडिया गठबंधन की ओर से 43 विधायकों की एकजुटता को लेकर शक्ति प्रदर्शन किया गया। जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी और माले विधायक राजभवन जाकर शक्ति प्रदर्शन करना चाहते थे। लेकिन राज्यपाल से अनुमति नहीं मिलने पर गठबंधन की ओर से वीडियो जारी कर एकता प्रदर्शित की गई।गठबंधन की ओर से दावा किया गया है कि चंपई सोरेन को एलायंस के सभ्ी 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। वीडियो जारी कर दावा किया गया है कि राज्यपाल को दिए गए समर्थन पत्र में हस्ताक्षर करने वाले सभी विधायक उपस्थित हैं।
गठबंधन के विधायक झारखंड से बाहर होंगे शिफ्ट
इधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के 35 विधायकों को रांची से हैदराबाद शिफ्ट करने की तैयारी है। सभी यूपीए विधायकों को एकजुट रखने की कवायद के तहत इन्हें एक साथ रखने की रणनीति बनाई गई है। इसी के तहत दो विशेष विमान से सभी विधायकों को रांची से हैदराबाद ले जाने की तैयारी है।
बता दें कि हेमंत सोरेन को ईडी ने जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार किया है. इससे पहले हेमंत ने राजभवन पहुंचकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया. इससे पहले हेमंत सोरेन मंगलवार को 40 घंटे बाद दिल्ली से अचानक रांची पहुंचे थे. सोरेन ने दिल्ली से रांची तक सड़क मार्ग के जरिए 1250 किमी से ज्यादा की यात्रा की. यहां उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनियर नेताओं और सहयोगी विधायकों से मुलाकात की. इस बैठक में सीएम सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन की भी मौजूद रहीं.