लखनऊ
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के एनडीए में शामिल होने की अटकलें 24 घंटे से चल रही हैं। बुधवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी। यूपी विधानसभा सत्र में शामिल होने से पहले उन्होंने कहा- ‘जयंत चौधरी बहुत पढ़े लिखे इंसान हैं। वे बहुत सुलझे हुए इंसान हैं। वे राजनीति को समझते हैं। मुझे उम्मीद है कि वे किसानों की लड़ाई को कमजोर नहीं होने देंगे।’ दूसरी ओर, नई दिल्ली में डिंपल यादव ने कहा कि जयंत चौधरी इंडिया गठबंधन नहीं छोड़ेंगे। सपा के साथ अगर उनका तालमेल गड़बड़ाया तो इसके पीछे कोई वजह होगी।
गौरतलब है कि बुधवार सुबह सपा महासचिव शिवपाल यादव ने भी कहा था कि बीजेपी वाले मीडिया को भ्रमित कर रहे हैं। जयंत चौधरी इंडिया गठबंधन छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं। जयंत बड़े सेक्युलर हैं। वे हमारे साथ मिलकर बीजेपी को हराने का काम करेंगे। खबर है कि बीजेपी ने जयंत चौधरी को मुजफ्फरनगर समेत वेस्ट यूपी में चार लोकसभा और एक राज्यसभा सीट देने का ऑफर दिया है। कहा जा रहा है कि जयंत चौधरी जल्द ही एनडीए में शामिल हो जाएंगे।
आरएलडी ने सपा से 12 सीटें मांगी थी
19 जनवरी को जयंत की सपा मुखिया अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात हुई थी। इसके बाद अखिलेश ने रालोद को सात सीटें दिए जाने की घोषणा की थी। हालांकि, सीटें कौन सी होंगी, यह पूरी तरह तय नहीं हो पाया था। सूत्रों की मानें तो आरलडी ने 12 सीटें मांगी थीं। उसमें भी मुजफ्फरनगर, बिजनौर और कैराना सीटों पर अखिलेश चाहते थे कि सपा के नेता रालोद के सिंबल पर चुनाव लड़ें। जयंत इसके लिए तैयार नहीं थे। माना जा रहा है कि इसी को लेकर सपा से रालोद की रार बढ़ी है।