कौन हैं DSP श्रेष्‍ठा ठाकुर जिनसे कांपते हैं UP के अपराधी, BJP नेताओं को सिखाया था सबक

कानपुर:

पूर्व पति की धोखाधड़ी से तंग आकर मुकदमा दर्ज कराने वालीं शामली की डीएसपी श्रेष्‍ठा ठाकुर उन्‍नाव की रहने वाली हैं। उनके पिता एसबी सिंह भदौरिया बिजनेसमैन हैं। उनके दो बड़े भाई हैं। श्रेष्‍ठा ठाकुर अपनी सफलता में बड़े भाई मनीष प्रताप का खासा योगदान बताती हैं। उनका कहना है कि बड़े भाई ने पीपीएस जैसी कठिन परीक्षा में उनका लगातार मनोबल बढ़ाया। 2008 बैच की श्रेष्‍ठा ठाकुर अपनी पोस्टिंग वाले जिलों में महिलाओं की सुरक्षा पर खासा ध्‍यान रखती हैं। वह लड़कियों को शारीरिक तौर पर मजबूत करने के लिए उन्‍हें ताइक्‍वांडो की ट्रेनिंग भी देती हैं। जिस जिले में उनकी तैनाती होती है, वहां के अपराधी उनसे थर-थर कांपते हैं।

श्रेष्‍ठा ने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई कानपुर से की है। पढ़ाई के दिनों में दो बार राह चलते मनचलों से उनसे छेड़खानी की। उन्‍होंने पुलिस से शिकायत की तो कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस घटना से श्रेष्‍ठा ठाकुर के मन में पुलिस अफसर बनने की इच्‍छा पैदा हुई। उन्‍होंने सोचा कि एक दिन पुलिस अफसर बनकर वह महिला अपराध के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगी। श्रेष्‍ठा ने कड़ी मेहनत से अपना यह सपना पूरा कर लिया। 2012 में उन्‍होंने यूपी पीसीएस परीक्षा पास कर ली। उन्‍हें पीपीएस के तहत चुना गया। पुलिस फोर्स जॉइन करने के बाद अपने त्‍वरित एक्‍शन और केस सुलझाने की तार्किक क्षमता की वजह से उन्‍हें यूपी के तेजतर्रार अफसरों में गिना जाने लगा।

बीजेपी नेता से बहस के बाद हो गया था ट्रांसफर
बुलंदशहर के स्‍याना में तैनाती के दौरान श्रेष्‍ठा ठाकुर ने एक बीजेपी नेता का बिना हेलमेट पर चालान कर दिया था। इस मामले ने इतना ज्‍यादा तूल पकड़ा कि बुलंदशहर में कचहरी के सामने बीजेपी नेताओं और श्रेष्‍ठा ठाकुर के बीच झड़प हो गई। इस गहमागहमी का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। फिर इस मुद्दे की आंच राजधानी लखनऊ तक पहुंच गई। इसके बाद श्रेष्‍ठा ठाकुर का तबादला बहराइच कर दिया गया। उन्‍होंने शेर के जरिये फेसबुक पर अपने शुभचिंतकों को तबादले की जानकारी दी थी।

2017 में सड़क हादसे का हुई थीं शिकार
डीएसपी श्रेष्‍ठा ठाकुर को कुत्‍तों से बड़ा लगाव है। वह घर से खाना बनवाकर गली के कुत्‍तों को खिलाते हुए नजर आती रहती हैं। श्रेष्‍ठा ने बताया कि एक बार कानपुर में कॉलेज जाते समय उन्‍होंने एक छोटे बच्‍चे को भीख मांगते देखा तो अपना टिफिन उसे दे दिया। आज भी वह जरूरतमंद बच्‍चों की मदद करती रहती हैं। 2017 में श्रेष्‍ठा ठाकुर एक सड़क हादसे में बाल बाल बची थीं। सरकारी काम से बहराइच से लखनऊ जा रही श्रेष्‍ठा की गाड़ी को रोडवेज बस ने टक्‍कर मार दी थी।

खुद को IRS अफसर बताकर रोहित ने की थी शादी
2018 में श्रेष्‍ठा ठाकुर ने बिहार के नवादा निवासी रोहित राज सिंह से शादी की थी। रोहित ने खुद को आईआरएस अफसर बताते हुए शादी की थी। बाद में पता चला कि रोहित ने झूठ बोलकर श्रेष्‍ठा से शादी की थी। शादी के दो साल बाद श्रेष्‍ठा ने रोहित से तलाक ले लिया। रोहित राज अपनी पूर्व पत्‍नी के नाम पर लोगों से ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया करता था। इसको लेकर श्रेष्‍ठा ने गाजियाबाद के कौशांबी थाने में रोहित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

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