माले:
मालदीव में विदेशी पर्यटकों ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। इस साल सिर्फ तीन महीनों के भीतर 6,00,000 से अधिक विदेशी पर्यटकों ने मालदीव का दौरा किया है। यह पहली बार है कि एक वर्ष के पहले तीन महीनों के भीतर मालदीव में पर्यटकों का आंकड़ा छह लाख के पार पहुंचा है। 2023 में मालदीव में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक आए थे। उस वर्ष भी पहले तीन महीनों में पर्यटकों का आगमन 523,928 था। इनमें सबसे अधिक संख्या चीनी पर्यटकों की है। चीन अपने नागरिकों को मालदीव की यात्रा करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रेरित कर रहा है। इसे भारत-मालदीव के बढ़ते तनाव में चीन की चाल के तौर पर देखा जा रहा है।
मालदीव में पर्यटकों का नया रिकॉर्ड
अधाधू न्यूज ने बताया है कि मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 31 मार्च तक 605,004 पर्यटक मालदीव आए थे। यह 2023 की समान अवधि की तुलना में 15.3 प्रतिशत की वृद्धि है। कल जारी आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा पर्यटक चीन से आए। सूची में दूसरे स्थान पर रूस और उसके बाद ब्रिटेन है। भारत, जिसकी कोविड महामारी के दौरान और उसके तुरंत बाद मालदीव जाने वाले पर्यटकों की संख्या में सबसे आगे था, सूची में छठे स्थान पर है। इस लिस्ट में कई यूरोपीय देशों को भी जगह मिली है।
मालदीव से मुंह क्यों मोड़ रहे भारतीय पर्यटक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा पर मालदीव के तीन उपमंत्रियों ने अपमानजनक टिप्पणियां की थी। इसके जवाब में भारत में मालदीव के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा देखा गया था। इस कारण 2024 की शुरुआत से मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की तादाद काफी ज्यादा कम रही है। इसके पहले तक मालदीव भारतीय पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा ठिकाना रहा है। मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को चीन का करीबी माना जाता है। उन्होंने सत्ता संभालने के बाद से भारत विरोधी कई फैसले लिए हैं। इसका सीधा असर दोनों देशों के संबंधों पर पड़ा है।