लखनऊ:
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे राजनीतिक दल प्रत्याशियों की घोषणा कर रहे हैं। इसी बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने यूपी की 2 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने सीतापुर सीट से पूर्व विधायक राकेश राठौर को टिकट दिया है। पहले यहां से नकुल दुबे को टिकट दिया था, लेकिन उन्होंने टिकट वापस कर दिया। राकेश राठौर 2017 में बीजेपी के टिकट पर सीतापुर सदर से विधायक रह चुके हैं। हालांकि, बाद में सपा ज्वाइन कर ली थी।
नकुल दुबे ने पैसा नहीं होने की बात कही
कांग्रेस ने जिन दो लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है, उसमें सीतापुर और मथुरा लोकसभा सीट का नाम शामिल है। कांग्रेस ने सीतापुर से पूर्व विधायक राकेश राठौर को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं मथुरा से मुकेश धनगर को कैंडिडेट घोषित किया है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस नेता नकुल दुबे चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, इसलिए उन्होंने टिकट वापस कर दिया था। इतना ही नहीं चर्चा यह भी है कि नकुल दुबे ने चुनाव लड़ने के लिए पैसा नहीं होने की भी बात कही है। इतना ही नहीं लंबे समय से सीतापुर क्षेत्र में न जाने के कारण उनका विरोध भी होने की बात कही जा रही है। नकुल दुबे ने 2019 लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। हालांकि, इस चुनाव में नकुल दुबे को हर का सामना करना पड़ा था, लेकिन वह दूसरे स्थान पर रहे थे।
बीजेपी से बगावत करके सपा में गए थे राठौर
बात दें कि पूर्व विधायक राकेश राठौर ने 2017 विधानसभा चुनाव में सीतापुर की सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। अपने कार्यकाल के दौरान वो अक्सर बयानों को लेकर चर्चा में रहते थे। इस संबंध में उनके ऑडियो भी सामने आए थे। 2022 विधानसभा चुनाव से पहले राकेश राठौर ने सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की थी, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई थीं। इसके बाद पूर्व विधायक ने बीजेपी से बगावत करके समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे, लेकिन सपा में जाने का उनको कोई फायदा नहीं मिला था।
अखिलेश यादव ने नहीं दिया टिकट
राकेश राठौर को 2022 विधानसभा चुनाव में न टिकट दिया गया और न ही उसके बाद हुए एमएलसी चुनाव में राकेश राठौर को सपा ने टिकट दिया। हाल ही में हुए नगरीय निकाय चुनाव में सीतापुर से नगर पालिका अध्यक्ष के लिए राकेश राठौर अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे थे, लेकिन सपा ने ऐन मौके पर दो उम्मीदवारों को टिकट थमा दिया। बाद में पर्चा दाखिल करने के कारण राकेश राठौर की पत्नी को सपा का सिंबल नहीं मिला। पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल की बहू को सपा का सिंबल मिल गया था। इस चुनाव में राकेश ने अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप भी लगाए थे। इन्हीं सबसे से पूर्व विधायक राकेश राठौर बेहद नाराज चल रहे थे। इसी कारण लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का दामन थाम लिया था। अब उन्हें कांग्रेस ने लोकसभा का उम्मीदवार घोषित कर दिया है।