चंडीगढ़:
पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी के हत्यारों में शामिल रहे एक शख्स का बेटा पंजाब की फरीदकोट सीट से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगा। सरबजीत सिंह (45) ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। सरबजीत सिंह इंदिरा गांधी के दो हत्यारों में से एक बेअंत सिंह का बेटा है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अंगरक्षक बेअंत सिंह और सतवंत सिंह ने 31 अक्टूबर 1984 को उनके आवास पर गोली मार कर हत्या कर दी थी। सरबजीत का कहना है कि उसने यह फैसला फरीदकोट के कई लोगों द्वारा चुनाव लड़ने की अपील करने के बाद लिया है। इस सीट पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने अपने बेहद करीबी करमजीत अनमोल को कैंडिडेट बनाया है। 2019 में यह सीट कांग्रेस ने जीती थी। यहां से मुहम्मद सादिक विजयी हुए थे। 2014 में यह सीट और 2009 में यह सीट शिरोमणि अकाली दल को मिली थी।
मां रह चुकी है सांसद
सरबजीत सिंह ने बठिंडा सीट से 2004 का लोकसभा चुनाव लड़ा था और वह असफल रहा था और उसे 1.13 लाख वोट मिले थे। उसने 2007 में बरनाला की भदौर सीट से पंजाब विधानसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था। सरबजीत ने 2014 के लोकसभा चुनाव में फतेहगढ़ साहिब सीट से फिर से अपनी किस्मत आजमाई लेकिन वह फिर हार गया। उसकी मां बिमल कौर 1989 में रोपड़ सीट से सांसद चुनी गईं थी। पंजाब की 13 लोकसभा सीट के लिए एक जून को मतदान होगा। आम आदमी पार्टी (आप) ने फरीदकोट लोकसभा सीट से अभिनेता करमजीत अनमोल को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने गायक हंस राज हंस को उम्मीदवार बनाया है।
चर्चा में फरीदकोट लोकसभा सीट
पंजाब में सत्तारूढ़ आप ने वैसे तो लोकसभा चुनावों में अपने कई मंत्रियों को उतारा है लेकिन भगवंत मान के करीब करमजीत अनमाेल के लड़ने से यह सीट चर्चा में आ गई थी। इसके बाद बीजेपी ने दिल्ली से सांसद हंसराज हंस को वहां भेजा है और फरीदकोट से किस्मत आजमाने को कहा है। ऐसे में इंदिरा गांधी के हत्यारों में शामिल बेअंत सिंह के बेटे ने भी अपनी उम्मीदवारी घोषित कर दी है।