‘रॉयटर्स’ के फोटोग्राफर मोहम्मद सलेम को गाजा में तबाही का मंजर दिखाने वाली एक तस्वीर के लिए प्रतिष्ठित ‘वर्ल्ड प्रेस फोटो ऑफ द ईयर’ पुरस्कार से नवाजा गया। मोहम्मद की खींची गई तस्वीर ‘A Palestinian Woman Embraces the Body of her Niece’ (अपनी भतीजी के शव को गले लगाए एक फिलिस्तीनी महिला) के लिए इस साल का सर्वश्रेष्ठ फोटो का अवॉर्ड मिला, जो उन्होंने 17 अक्तूबर, 2023 खींची थी।
मिसाइल हमले में हुई मासूम की मौत
तस्वीर में 36 साल की इनास अबू मामार है, जिसने अपनी पांच साल की भतीजी सैली के शव को गोद में लिए हुआ है। सैली अपनी मां और बहन के साथ गाजा के खान यूनिस में 17 अक्टूबर को उस वक्त मारी गई थी, जब एक इस्राइली मिसाइल ने उनके घर पर हमला किया था। ये तस्वीर दक्षिणी गाजा में खान यूनिस के नासिर अस्पताल में ली गई थी, जहां कई फिलिस्तीनी परिवार इजरायली बमबारी के दौरान मारे गए अपने रिश्तेदारों की तलाश कर रहे थे। फोटोग्राफर मोहम्मद ने देखा कि इनास को अस्पताल के मुर्दाघर में बच्ची के चादर से ढके शरीर को पकड़कर रो रही थी और उन्होंने उस पल को अपने कैमरे में कैद कर लिया।
ताकि दुनिया जान सके फिलिस्तान के हालात
‘रॉयटर्स’ के पिक्चर्स एंड वीडियो के ग्लोबल एडिटर रिकी रोजर्स ने एम्स्टर्डम में एक समारोह में कहा कि जब मोहम्मद को अवॉर्ड के बारे में बताया गया, तो उन्होंने कहा कि ये जश्न मनाने वाली तस्वीर नहीं है। मोहम्मद को उम्मीद है कि इस पुरस्कार से दुनिया युद्ध के मानवीय प्रभाव, खासकर बच्चों पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति और भी अधिक जागरूक हो जाएगी।
मुर्दाघर में मासूम को लेकर बैठी थी महिला
ये तस्वीर पहली बार बीते साल नवंबर में छापी गई थी, जिसे लेकर सलेम ने कहा था- मुझे लगा कि यह तस्वीर गाजा पट्टी में क्या हो रहा है, इसका व्यापक अर्थ बताती है। इस तस्वीर वाले दिन अस्पताल के हालात के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा- लोग कंफ्यूज थे, एक जगह से दूसरी जगह भाग रहे थे। अपनो की हालत के बारे में जानना चाहते थे, और तभी मेरी नजर उस महिला पर गई, जब उसने एक छोटी सी बच्ची के शरीर को पकड़ रखा था और वो वहां से जाने से इंकार कर रही थी।
युद्ध की त्रासदी की चपेट में आम इंसान
इजरायल पर हमास के हमले के बाद फिलिस्तीन और इजरायल के बीच युद्ध छिड़ गया। दोनों देशों के बीच चल रहे हमले की चपेट में आकर हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, और लाखों लोग बेघर हो चुके हैं। इनमें महिलाओं और बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है। दोनों देशों के बीच बम और मिसाइल से हमले जारी हैं और इस त्रासदी को दिखाते कई वीडियोज और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं।