किंग्सटाउन (सेंट विंसेंट),
बांग्लादेश ने आईसीसी मेन्स टी20 वर्ल्ड कप 2024 के सुपर 8 में जगह बना ली. अपने आखिरी ग्रुप मुकाबले में बांग्लादेश ने नेपाल को 21 रनों से हराया. 17 जून (रविवार) को किंग्सटाउन के अर्नोस वेल ग्राउंड में खेले गए मैच में बांग्लादेश ने 106 रन बनाए थे. जवाब में नेपाल की टीम सिर्फ 85 रनों पर सिमट गई.
बांग्लादेश-नेपाल के मुकाबले के दौरान बवाल भी हुआ. एक मौके पर बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने आईसीसी के नियमों की धज्जियां उड़ा दीं. इससे जुड़ा वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में बांग्लादेशी खिलाड़ी जैकर अली ड्रेसिंग रूम की ओर देखने के बाद साथी प्लेयर तंजीद हसन साकिब को डीआरएस लेने को कहते हैं.
यह पूरा वाकया बांग्लादेश की पारी के 14वें ओवर में हुआ. उस ओवर में नेपाली स्पिनर संदीप लामिछाने की पहली गेंद बांग्लादेशी बल्लेबाज तंजीम हसन साकिब के पिछली जांघ पर लगी. साकिब स्वीप करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वह पूरी तरह चूक गए. नेपाली खिलाड़ियों की अपील के बाद मैदानी अंपायर ने तंजीम हसन साकिब को आउट दे दिया.
When Tanzim was out on LBW, Bangladeshi player the non-striker Jaker went to the dressing room to ask for assistance during the DRS call.
How is @ICC able to permit this? Not even the umpire knows about this.even after the allotted time has passed,the third umpire is still used pic.twitter.com/wQXbRzJn5V
— マ ๏Le𝕏乛 (@VK50th) June 17, 2024
15 सेकंड बीत चुके थे लेकिन…
तंजीम हसन साकिब पवेलियन लौटने के मूड में थे. लेकिन इसी बीच जैकर अली ने रिव्यू लेने को कहा. जैकर ने इस दौरान ड्रेसिंग रूम से सलाह ली. हालांकि जब तंजीम ने रिव्यू के लिए T साइन बनाया, तब तक 15 सेकंड बीच चुके थे. इसके बावजूद पाकिस्तान के अहसान रजा (मैदानी अंपायर) ने थर्ड अंपायर के पास इस मामले को भेजा.
तीसरे अंपायर ने वीडियो फुटेज देखने के बाद तंजीम हसन साकिब को नॉटआउट करार दिया. बॉल ट्रैकर से पता चला कि गेंद ऑफ-स्टंप को मिस कर रही है. हालांकि इस वाकये के बाद साकिब क्रीज पर कुछ क्षण ही टिक पाए. संदीप लामिछाने की अगली ही गेंद पर वह क्लीन बोल्ड हो गए.
नियमों के अनुसार डीआरएस के दौरान खिलाड़ी डगआट/ड्रेसिंग रूम की ओर नहीं देख सकता. साथ ही डगआउट में बैठे कोच या दूसरे शख्स से मदद नहीं ले सकता. आईसीसी की मैच प्लेइंग कंडीशन्स के अनुसार अंपायर को अगर लगता है कि फील्डिंग कप्तान या बल्लेबाज को बाहर से किसी चीज को लेकर चीज को लेकर इशारे मिले हैं, तो वह समीक्षा की मांग को रद्द कर सकता है.
इस वाकये ने स्टीव स्मिथ की दिलाई याद
इस घटना ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर स्टीव स्मिथ के ब्रेनफेड मोमेंट की याद दिला दी. मार्च 2017 में भारत के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई के तत्कालीन कप्तान स्मिथ को अंपायर लॉन्ग ने आउट दे दिया था, लेकिन स्मिथ ने समीक्षा के लिए दूसरे छोर पर खड़े पीटर हैंड्सकॉम्ब से बात की और इसी दौरान ड्रेसिंग रूम की तरफ देखते हुए समीक्षा पर सलाह मांगने का प्रयास किया. लॉन्ग ने स्मिथ को ऐसा करने रोक दिया था. तत्कालीन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी अपना विरोध जताया था. बाद में स्मिथ ने कहा था कि उन्होंने कोई सलाह नहीं ली थी और यह सब घबराहट में हुआ था.