IRCTC की वेबसाइट हैक कर 4.25 करोड़ की धोखाधड़ी, गिरोह का मुंबई विजिलेंस और सूरत पुलिस ने किया भंडाफोड़

सूरत,

देश में आज भी आम लोगों को तत्काल रिजर्वेशन के तहत टिकट नहीं मिलता है. लेकिन आप किसी एजेंट या दलाल से संपर्क कर लें, तो आपको कही का भी टिकट मिल जाएगा. एक ऐसे ही नेटवर्क का पर्दाफाश गुजरात के सूरत शहर में हुआ है. पश्चिम रेलवे की मुंबई विजिलेंस टीम ने सूरत पुलिस के सहयोग से शहर के सिटीलाइट इलाके में छापेमारी की और एक एजेंट को गिरफ्तार किया है.

सूरत शहर के उमरा पुलिस थाने में पकड़े गए शख्स का नाम राजेश मित्तल है. 55 साल के राजेश मित्तल सिटी लाइट इलाके में समरन अपार्टमेंट में किराए के फ्लैट में IRCTC वेबसाइट हैक कर तत्काल टिकट निकालने का रैकेट चलाता था. मुंबई विजिलेंस की टीम और सूरत की उमरा थाना पुलिस ने संयुक्त छापा मारा, तो उसके फ्लैट से गदर सॉफ्टवेयर की मदद से 12 अकाउंट से 2.88 करोड़ की 3600 तत्काल ई टिकट बनाने का खुलासा हुआ.

4.25 करोड़ की धोखाधड़ी
इसके साथ ही कुल ग्रुप बुकिंग समेत 4.25 करोड़ रुपये का रैकेट का खुलासा हुआ. मुंबई विजिलेंस के ऑफिसर संजय शर्मा ने उमरा थाना पुलिस में राजेश गिरधारी मित्तल और उसके वहां काम करने वाली महिला कृपा दिनेश पटेल के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. कृपा पटेल नामक महिला पिछले तीन महीने से राजेश मित्तल के यहां 10 हजार मासिक तनख्वाह पर नौकरी कर रही थी.

मामले में DCP ने कही ये बाद
सूरत पुलिस के डीसीपी विजय सिंह गुर्जर ने बताया, मुंबई विजिलेंस और उमरा थाना पुलिस ने सिटी लाइट इलाके में संयुक्त छापेमारी की थी. जहां से आईआरसीटीसी की वेबसाइट को बाईपास करके रिजर्वेशन टिकट निकालना का काम किया जाता था और कुछ टिकट को ब्लॉक कर देता, जिससे सामान्य लोग टिकट नहीं निकाल पाते थे. मौके पर पांच लैपटॉप मिले, जिसमें वे गदर और नेक्सस नाम के सॉफ्टवेयर का उपयोग हो रहा था.

एक लैपटॉप से एक साथ 5 टिकट बुक
इससे आरोपी पहले ही सॉफ्टवेयर में डीटेल फिल कर देता था. जैसे ही आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर रिजर्वेशन अवेलेबल होती थी, तो उन्हें सामान्य रूप से बुक करने के लिए एक से डेढ़ मिनट लगता था. सॉफ्टवेयर को बाईपास करके 20 से 30 सेकंड में एक टिकट बुक हो जाती थी. एक लैपटॉप से एक साथ पांच टिकट बुक करता था. आरोपी के पास से 6 लैपटॉप, कैश काउंट करने की मशीन, 5 फोन, 10 डेविट और क्रेडिट कार्ड, प्रिंटर, गदर और नेक्स सॉफ्टवेयर की 973 आईडी मिली है.

आरोपी ने अब तक जो टिकट बुकिंग की है उसका अमाउंट 4.25 करोड़ रुपये हैं. मामले में आरोपी राजेश मित्तल को पकड़ा गया है और उसके साथ काम करने वाली महिला को जमानत पर छोड़ दिया गया है. फिलहाल, आरोपी ने सॉफ्टवेयर कहां से लिया, उनकी पेमेंट हिस्ट्री क्या है और कॉल हिस्ट्री सारी चीजों की जांच की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी.

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