बिहार बीजेपी प्रभारी की बैठक से अचानक नीतीश के आवास भागे-दौड़े क्यों पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

पटना:

बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े लोकसभा चुनाव को लेकर पटना पार्टी ऑफिस में रिव्यू मीटिंग कर रहे थे, तभी बैठक से निकलकर अचानक डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भागे-भागे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पहुंच गए। जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद पिछली बार बिहार में सरकार बदल गई थी। इस बार भी 29 जून से दिल्ली में जेडीयू वर्किंग कमेटी की मीटिंग है। इधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बयानबाजी कर सियासी माहौल को गरम कर दिया है। माना जा रहा है कि इस तरह की बयानबाजियों से नीतीश कुमार नाराज हैं और इसकी भनक विनोद तावड़े को लग गई थी। लिहाजा, उन्होंने अपना दूत बनाकर सम्राट चौधरी को नीतीश कुमार के पास भेजा, फिर बंद कमरे में दोनों के बीच बात हुई।

डैमेट कंट्रोल करने में जुटी बीजेपी
बिहार में लंबे समय से भाजपा अपना मुख्यमंत्री बनाने का प्रयास कर रही है। लेकिन बीजेपी की ये कोशिश सफल नहीं हो पा रही है। माना जा रहा था 400 के साथ केंद्र में सरकार बनाने के बाद बीजेपी बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश करेगी। लेकिन बदले राजनीतिक हालात में ऐसा होता तो फिलहाल नजर नहीं आ रहा। बीजेपी का बिहार को अपना मुख्यमंत्री देने का सपना 5 साल और आगे बढ़ गया। बक्सर से पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बयान के बाद डैमेज कंट्रोल की कोशिशों में जुटी है।

मंत्री जमा खान ने निकाल दी हेकड़ी
अश्विनी चौबे ने बिहार की राजनीति को लेकर बयान क्या दिया, नीतीश कुमार के करीबी मंत्री जमा खान ने पूरी हेकड़ी ही निकाल दी। इतना ही नहीं सिर पर पगड़ी बांधकर नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करने की कसम खाकर घूम रहे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को घुटने पर आना पड़ा। लोकसभा रिजल्ट के बाद से बीजेपी बैकफुट पर है। बिहार का नेतृत्व इस मामले को संभालने की कोशिश में लगा है। चीजों को संभालने की कोशिश में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने यहां तक कह डाला कि आगामी विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही होगा। बिहार में 2025 में एनडीए की सरकार बनेगी।

घुटने पर बिहार बीजेपी का नेतृत्व
दरअसल, जमा खान ने अपने बयान में ये साफ जाहिर कर दिया था कि नीतीश कुमार ने केंद्र में मोदी सरकार बनाने के लिए समझौता किया है। जबकि, नीतीश कुमार के समर्थक और नेता ये चाहते थे कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनें। उन्होंने ये भी जता दिया कि केंद्र में बनी मोदी सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रहमोकरम पर टिकी है। इसके बाद सम्राट चौधरी दनदनाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास जा पहुंचे। दरअसल, गुरुवार दोपहर के बाद बीजेपी के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने बीजेपी दफ्तर में एक बैठक बुलाई थी। इसमें लोकसभा चुनाव हारने वाले उम्मीदवारों को भी बुलाया गया था। लेकिन हारनेवाले तीन कैंडिडेट (रामकृपाल यादव, आरके सिंह और सुशील सिंह) बैठक में शामिल नहीं हुए। इस बीच बंद कमरे में क्या बात हुई कि अचानक बैठक छोड़ कर से सम्राट चौधरी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास एक अणे मार्ग पहुंच गए।

नीतीश से बंद कमरे में सम्राट की बात
अचानक बैठक छोड़कर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के एक अणे मार्ग पहुंचने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार ने सम्राट चौधरी ये तो जरूर पूछ लिया होगा कि ‘केंद्र में 5 साल सरकार चलानी है या… नहीं’! मगर, बंद कमरे में क्या बात हुई, इसके बारे में तो कोई नहीं जानता। इस मुलाकात के बाद सम्राट चौधरी को फिर से कहना पड़ा कि बिहार में 2025 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में बीजेपी लड़ेगी। इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक का डाला कि 2025 विधानसभा चुनाव के बाद बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी। मतलब, फिर से नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे।

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