नई दिल्ली,
संसद में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद कल्याण बनर्जी पूरी रौ में नजर आए. पश्चिम बंगाल की श्रीरामपुर लोकसभा सीट से सांसद कल्याण बनर्जी ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसा. कल्याण बनर्जी ने पूर्व चुनाव आयुक्त टीएन शेषन का भी जिक्र किया और कहा कि हमारी नेता ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग की भूमिका पर कई बार सवाल उठाए. चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के इशारे पर काम किया. बड़े पैमाने पर पुलिस अधिकारियों के तबादले किए गए और पब्लिक स्पीच में इन्होंने (बीजेपी नेताओं ने) कहा कि इस अधिकारी का ट्रांसफर किया जाए, उसका ट्रांसफर किया जाए.
कल्याण बनर्जी की इस बात पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. टीएमसी सांसद ने कहा पब्लिक स्पीच में इन्होंने (बीजेपी नेताओं ने) कहा और इलेक्शन कमीशन ने किया. आप बैठिए. कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि सीआईएसएफ ने लोगों से कहा कि जाइए और बीजेपी के पक्ष में वोट कीजिए. स्पीकर ओम बिरला ने कल्याण बनर्जी को टोकते हुए कहा कि आप वरिष्ठ सदस्य हैं. हम चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं पर निष्पक्षता का सवाल नहीं उठाएंगे तो ठीक रहेगा.
बीजेपी सांसद भर्तृहरि महताब ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि किसी व्यक्ति या संस्था पर आरोप तभी लगाया जा सकता है जब जवाब देने के लिए संबंधित व्यक्ति या संस्था की ओर से कोई मौजूद हो. मुझे नहीं लगता कि इलेक्शन कमीशन की ओर से कोई जवाब देने के लिए यहां है. इसका ध्यान रखें. कल्याण बनर्जी ने इसके बाद कहा कि यह मुद्दा नहीं उठाता जब अभिभाषण में इसका जिक्र नहीं होता. उन्होंने कहा कि प्रेसिडेंट एड्रेस में इसके जिक्र का विरोध करता हूं. मैं लॉ जानता हूं और लॉ के माध्यम से चलता हूं. उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि अभी अभी इतना गुस्सा आ गया.
कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी और अमित शाह हर राज्य में जा सकें, इसके लिए तीन महीने तक चुनाव की तारीखें रखी गईं. स्पीकर ओम बिरला ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ये गलत है. चुनाव आयोग स्वतंत्र है और अपनी तारीखें वह खुद निर्धारित करता है. कल्याण बनर्जी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्रीजी, आपका हम बहुत सम्मान करते हैं. आप प्रधानमंत्री हैं, आप सीनियर हैं उम्र में. आपने ही कल बोला जो सीनियर हो उसकी इज्जत करते हैं. लेकिन हम विपक्ष में हैं और आलोचना करेंगे.
टीएमसी सांसद ने तंज करते हुए कहा कि श्रीरामपुर लोकसभा क्षेत्र की जनता ने मुझे एक लाख 75 हजार वोट से अधिक के अंतर से मुझे चुना. बहुत ज्यादा मोदीजी के ऊपर से. उन्होंने कहा कि 10 साल लंबे समय में हमने कभी नहीं सुना कि मोदीजी ने विपक्ष को लेकर कोई स्वीट, सॉफ्ट वर्ड बोला हो. मैं ये कह रहा हूं तो मुझे गहरी पीड़ा है. हमारी नेता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आप नफरत करते हैं, तमिलनाडु में स्टालिन से, महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे से, यूपी में अखिलेश यादव से, कर्नाटक में सिद्धारमैया से, दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से आप नफरत करते हो.
मोदीजी की गारंटी में वारंटी नहीं
कल्याण बनर्जी ने कहा कि आपने बोला था न अबकी बार चार सौ पार. खेल शुरू हो गया था. खेल तो बहुत सारा है. चू-कित-कित भी खेल है. उन्होंने मिमिक्री करते हुए कहा कि कितना हुआ 240. इसके बाद कल्याण बनर्जी ने कहा- सर केवल आपकी ओर ही देख रहे हैं. आपसे ज्यादा स्मार्ट इधर कोई नहीं है. कोई जेंटलमैन नहीं है जिसको छोड़के आपको देखेंगे. आप ही आप हैं अंदर में. उन्होंने आगे कहा कि मोदीजी की गारंटी में वारंटी नहीं है. इस एनडीए सरकार के पास 48 परसेंट वोट है और इंडिया ब्लॉक के पास 51 फीसदी वोट है. ये बदलाव है. एनडीए को हर पल ये याद रखना होगा कि हमलोग अनस्टेबल हैं और इंडिया ब्लॉक स्टेबल है. ज्यादा दिन नहीं चलेगा, महाराष्ट्र और यूपी के इलेक्शन होने दीजिए. ये गवर्नमेंट साफ हो जाएगी.
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी किया तंज
उन्होंने कहा कि आप स्टेबल गवर्नमेंट का दावा कर रहे हैं. जब मोदीजी पार्लियामेंट में प्रवेश करते थे, बोलते थे कॉन्फिडेंस के साथ. अब वे दो बैसाखी के साथ चलते हैं. एक चंद्रबाबू की पार्टी और एक नीतीश कुमार की. मोदीजी भ्रष्टाचार को लेकर हम पर हमला बोलते रहे हैं. आज भी वह इस पर बोलेंगे. उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि मोदीजी चंद्रबाबू नायडू, अजित पवार. इस पर स्पीकर ने उन्हें टोकते हुए कहा कि जो यहां के सदस्य नहीं हैं उनका नाम ना लें. इस पर कल्याण बनर्जी ने कहा कि चलिए चेंज कर देते हैं. टीडीपी के नेता, एनसीपी के नेता. यही पॉलिटिकल कम्पलसेशन है. आपको भी करप्ट नेताओं को लेकर सरकार बनाना पड़ता है. उन्होंने एग्जिट पोल नतीजों के बाद शेयर मार्केट में रैली का मुद्दा उठाया और कहा कि कौन जांच करेगा.