बांदा ,
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भाजपा एमएलसी के मामले में समय से समस्या का निस्तारण न कर पाने पर बांदा के SDM विकास यादव को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही साथ विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए हैं. सीएम योगी ने ज़ीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई कर ऐसे अफसरों को संदेश दिया है कि जनप्रतिनिधियों एवं जनता की समस्याओं को प्राथमिकता एवं समयानुसार गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करना है, जो नहीं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
जानिए पूरा मामला
7 जुलाई को झांसी प्रयागराज से भाजपा एमएलसी बाबूलाल तिवारी अपने निजी काम से SDM कार्यालय पहुंचे थे, जहां SDM विकास यादव मौजूद नहीं थे. फोन करने पर एसडीएम ने मीटिंग में होने की बात बताई. जिसके बाद भाजपा एमएलसी मौके पर मौजूद कर्मचारियों को जमकर खरी खोटी सुनाते हुए उनके ऑफिस में धरने पर बैठ गए. इसके साथ ही उन्होंने SDM विकास यादव पर गंभीर आरोप लगाए.
वायरल वीडियो में एमएलसी का आरोप था कि यहां के अफसर बालू की कमीशनखोरी में मस्त हैं, जनता त्रस्त है. जब मेरा काम नहीं हो रहा तो जनता का क्या करेंगे…? इन्हें मेरे भी काम में पैसा चाहिए. एमएलसी ने इसकी शिकायत शासन के साथ-साथ विधानपरिषद में करने की बात भी कही थी. जिसके बाद इस खबर को ‘आज तक’ ने प्रमुखता से दिखाया था. खबर का शासन ने संज्ञान लेकर अब कार्रवाई की है. एमएलसी के धरने के बाद 9 जुलाई को डीएम ने SDM विकास यादव को तहसील से हटाकर अपने ऑफिस में डिप्टी कलेक्टर बना दिया गया था और 11 जुलाई को शासन ने उन्हें सस्पेंड कर दिया.
बीजेपी एमएलसी ने लगाए थे गंभीर आरोप
एमएलसी बाबूलाल तिवारी ने बताया कि मेरे महाविद्यालय की फ़ाइल जमीन के 143 यानी अकृषक होने के लिए तहसील में पड़ी है. उन्होंने आरोप लगाया कि अफसर 4 साल से मुझको अपने ऑफिस के चक्कर लगवा रहे हैं. मेरा काम नहीं हो रहा तो आम जनता का क्या करते होंगे? अफसर बालू खनन के कमीशन और रिश्वत में मस्त हैं, जबकि जनता त्रस्त है. मैंने यहां आने से पहले SDM को बोला था कि मैं आपके ऑफिस आ रहा हूं, बाबू से फ़ाइल मंगवा लेना. लेकिन जब मैं यहां पहुंचा तो न तो SDM मिले न तो मेरी फ़ाइल.
नायब तहसीलदार कह रहा कि मैंने फ़ाइल ऊपर भेज दी है, तहसीलदार कह रहा है मैंने SDM को दे दी. इस तरह मेरी फ़ाइल का पता नहीं चल रहा. जब तक ये लोग पैसा नही पाएंगे तब तक मेरा काम नही करेंगे. जब 4 साल से मुझ एमएलसी का काम नहीं कर रहे, तो आम जनता का क्या करेंगे. जो भी जरूरी कागज थे वो फ़ाइल में लगे हैं, जब विधायक को हैरेस कर रहे तो जनता को क्या होगा?फिलहाल, योगी सरकार के इस एक्शन से बांदा में अफसरों पर हड़कंप मचा हुआ है. काम में लापरवाही बरतने पर एसडीएम को निलंबित कर दिया गया है.