बिहार में 2025 की जंग के लिए तेजस्वी ने ढूंढा ‘R-C’ हथियार, चलाने से पहले ही एनडीए नेताओं की बंधी घिग्गी!

पटना:

जातीय जनगणना और आरक्षण के रथ पर सवार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की आभार यात्रा को भले अनदेखी कर अप्रभावी बताते नजर आते हैं। लेकिन सच्चाई यह भी है कि तेजस्वी यादव की आभार यात्रा को लेकर एनडीए के वरीय नेताओं को यह यात्रा अंदर ही अंदर परेशान करने लगी है। चिंता यह है कि आरक्षण और जातीय जनगणना (Caste census) जैसे संवेदनशील मामले पर तेजस्वी कहीं एज ले गए तो 2025 के बिहार विधान सभा चुनाव का लक्ष्य पाना कहीं मुश्किल न पड़ जाए। खासकर यह सोचते कि पब्लिक इस यात्रा को किस नजर से देखती है।

आरक्षण और जातीय जनगणना पर एनडीए का हीडेन एजेंडा: तेजस्वी
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आभार यात्रा पर एनडीए नेताओं की टिप्पणी को नजरंदाज करते हुए कहते हैं कि आरक्षण और जातीय जनगणना पर एनडीए अपने हीडेन एजेंडा के साथ चल रही है। इनमें इतनी हिम्मत नहीं कि वह आरक्षण और जातीय जनगणना पर खुलकर बोल सके। बात को गोल गोल घुमाते हैं। इनकी मंशा सही है तो भाजपा के लोग आरक्षण या जातीय जनगणना पर कोर्ट क्यों चले जाते हैं? बड़े आरक्षण के प्रतिशत को क्यों नहीं 9वीं अनुसूची में शामिल कराते हैं। भाजपा ने तो कोर्ट में साफ साफ मना कर दिया। भाजपा तो कई साल से कहती आ रही है कि जातीय जनगणना नहीं होनी चाहिए। संसद में तो भाजपा का जवाब सुन ही लिया।

तुरुप का पत्ता है जातीय जनगणना और आरक्षण
आगामी विधान सभा चुनाव 2025 को लेकर राजद को मिला आरक्षण और जातीय जनगणना तुरुप का पत्ता साबित हो सकता है। गत विधान सभा चुनाव 2015 में राजद का चलाया आरक्षण का सिक्का खूब चला। तेजस्वी अब जातीय जनगणना के साथ आरक्षण के मुद्दे पर अपना भविष्य स्थापित कर नीतीश कुमार को उस चैलेंज को स्वीकार किया जब उन्होंने कहा था कि बिहार के आगामी भविष्य तेजस्वी हैं। तेजस्वी इसका जवाब ढूंढने और नीतीश कुमार के वादा खिलाफी से राज्य की जनता को अवगत करा अपने पक्ष में करने की मुहिम में निकल पड़े। अब सफलता असफलता तो चुनावी परिणाम के बाद पता चलेगा।

बौखलाहट में तंज कसने में जुटा एनडीए
एनडीए रणनीतिकारों के चेहरे से भले आभार यात्रा को लेकर कोई खौफ नहीं दिखता। लेकिन बयानों की तल्खी कुछ और कहानी कह रही है। इस तल्खी के साथ क्या भाजपा, क्या जदयू, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी शामिल हो गए।

असरहीन होगी आभार यात्रा: उपेंद्र कुशवाहा
तेजस्वी की आभार यात्रा बिहार की जनता पर भार यात्रा के समान साबित होगा। इसलिए तेजस्वी यादव आभार यात्रा को चाहें कितनी किश्तों में निकाल लें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। राजद अभी जहां है विधान सभा चुनाव 2025 में उस से भी पीछे आ जायेगा। इनके धरना या आभार यात्रा से इसलिए फर्क नहीं पड़ेगा कि राजद केंद्र सरकार में लगातार रही है, मगर तब आरक्षण वाला मसला हल क्यों नहीं करा पाया। बिहार की जनता जानती है जब तक देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैन तब तक कोई भी आरक्षण को कहीं से कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता।

माफी यात्रा पर निकले तेजस्वी : डॉ. दिलीप जायसवाल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की प्रस्तावित यात्रा को लेकर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें पहले माफी यात्रा पर निकालना चाहिए। प्रतिपक्ष के नेता विदेश यात्रा से लौटे हैं और अब उन्हें बिहार की याद आई है। दरअसल, वह राहुल गांधी के संस्कार पर चल रहे हैं। पिछले महीने ही वे यात्रा पर निकलने वाले थे। इनको इस यात्रा से पहले जनता से माफी मांगने की यात्रा पर निकलना चाहिए। जो भ्रष्टाचार और पाप इनकी पूर्ववर्ती सरकार में इनके दल के लोगों ने किया है, जिस तरह का घोटाला, अपराध उनके दल के लोगों ने किया है, उसको लेकर माफी यात्रा पर निकलना चाहिए कि हम लोगों ने जो गलती किया है उसको बिहार की जनता माफ कर दे।

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