नई दिल्ली ,
मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में आज बड़ी गिरावट देखी जा रही है. देश की सबसे बड़ी कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट के कारण शेयर बाजार का भी रुख बदल गया और देखते ही देखते एक बड़ी गिरावट सामने आ गई. दोपहर 1.50 बजे BSE Sensex 1100 अंक या 1.30 फीसदी टूटकर 84,465.69 पर कारोबार कर रहा था. जबकि Nifty 318.35 अंक या 1.22% टूटकर 25,860.60 पर कारोबार कर रहा था. इसके अलावा, बाकी इंडेक्स की लाल निशान पर थे.
Reliance Industries के शेयर सोमवार को 3.07 फीसदी टूटकर 2958.65 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे. पिछले पांच दिन के दौरान यह शेयर 0.83% टूट चुका है, जबकि एक महीने में इस शेयर में 2.02% की कमी आई है. छह महीने में इस शेयर ने 0.5 फीसदी का ही रिटर्न दिया है. सोमवार को आई RIL में बड़ी गिरावट के कारण सेंसेक्स और निफ्टी दबाव में आ गए, क्योंकि यह कंपनी मार्केट कैपिटल के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी कंपनी है, जिसका मार्केट कैप 19.31 लाख करोड़ रुपये है.
क्यों गिरे रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर?
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों का 52 सप्ताह का हाई लेवल 3,217.60 रुपये है, जबकि इस शेयर के 52 सप्ताह का निचला स्तर 2,220.30 रुपये है. एक साल में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों ने 27.52% का रिटर्न दिया है. आज रिलायं इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट की बड़ी वजह मुनाफावसूली बताई जा रही है. मुनाफावसूली के कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों पर दबाव देखा गया, जिस कारण ये शेयर 3 फीसदी तक टूट गया था.
ये हैवीवेट शेयर भी गिरे
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा, हैवीवेट शेयरों में ICICI Bank, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, HDFC Bank और एसबीआई जैसे शेयरों में भी 3 फीसदी तक गिरावट आई. ये गिरावट मार्केट में तगड़ी मुनाफावसूली के कारण हुआ है. बीएसई सेंसेक्स के टॉप 30 में से 25 शेयर भारी दबाव में कारोबार कर रहे थे, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर सबसे ज्यादा टूटे थे.
जापानी शेयर बाजार में भी हाहाकार
भारतीय शेयर बाजार में आई इस बड़ी गिरावट के संकेत पहले ही मिलने लगे थे. दरअसल, ग्लोबल इंडिकेट्स जापान के चलते सुस्त दिख रहे थे और जब बाजार खुला इसका असर साफ दिखाई देने लगा. ग्लोबल मार्केट की अगर बात करें, तो जापान के स्टॉक मार्केट में गिरावट देखने को मिली और Nikkei Index 4 फीसदी तक टूटा. जापानी शेयर बाजार में गिरावट के पीछे वहीं जारी राजनीतिक उथल-पुथल का बड़ा रोल माना जा सकता है. दरअसल, जापान के सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेट्स ने पूर्व रक्षा मंत्री शिगेरू इशिबा (Shigeru Ishiba) को अगला प्रधानमंत्री (Japan New PM) चुना है, वे वर्तमान प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) की जगह लेंगे, जिन्होंने इस्तीफा दे दिया है.