कानपुर (उत्तर प्रदेश),
भारत और बांग्लादेश टीम के बीच कानपुर टेस्ट मैच में चौथे दिन (30 सितंबर) का खेल समाप्त हो चुका है. चौथे दिन स्टम्प के समय तक बांग्लादेश ने अपनी दूसरी पारी में दो विकेट के नुकसान पर 26 रन बना लिए थे. बांग्लादेश भारत से अब भी 26 रन पीछे है और उसके 8 विकेट शेष हैं. शादमान इस्लाम 7 और मोमिनुल हक खाता खोले बिना क्रीज पर हैं. खेल के चौथे दिन बांग्लादेश की पहली पारी 233 रनों पर सिमट गई. जवाब में भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी 9 विकेट पर 285 रनों के स्कोर पर घोषित कर दी. भारत ने महज 34.4 ओवरों में ये रन बनाए. भारत को पहली पारी के आधार पर 52 रनों की लीड मिली.
इस मुकाबले में बारिश का कहर देखने को मिला था. तीसरे दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी गई थी क्योंकि भारी बारिश के चलते मैदान काफी गीला था. वहीं दूसरे दिन भी बारिश के चलते एक भी गेंद का खेल नहीं हुआ था. जबकि खराब रोशनी और बारिश के कारण पहले दिन सिर्फ 35 ओवर का खेल हो सका था. रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया ने चेन्नई टेस्ट मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 280 रनों से जीत हासिल की थी. रविचंद्रन अश्विन ने कमाल का ऑलराउंड प्रदर्शन किया था.
बांग्लादेश की दूसरी पारी में अब तक के हाइलाइट्स
दूसरी पारी में बांग्लादेश की शुरुआत खराब रही. 18 रनों के स्कोर पर ही मेहमान टीम ने जाकिर हसन का विकेट गंवा दिया. जाकिर आर. अश्विन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. जाकिर ने 15 गेंदों का सामना किया और 10 रन बनाए. फिर अश्विन ने नाइटवॉचमैन हसन महमूद (4) को भी सस्ते में चलता कर दिया. इसके बाद शादमान इस्लाम और मोमिनुल हक ने अपनी टीम को चौथे दिन कोई और नुकसान नहीं होने दिया.
भारत की पहली पारी के हाइलाइट्स
भारतीय टीम की पहली पारी में शुरुआत काफी तूफानी रही. तीन ओवरों में ही भारत ने पचास रन पूरे कर लिए. रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने छक्के-चौकों की बरसात कर डाली. हालांकि पचास रन पूरा करने के बाद ये साझेदारी टूट गई. रोहित ने 10 गेंदों पर 23 रन बनाए, जिसमें तीन छक्के और एक चौका शामिल रहा. रोहित को मेहदी हसन मिराज ने बोल्ड किया. रोहित जब आउट हुए तब भारत का स्कोर 3.5 ओवर में 55 रन था.
रोहित तो आउट हो गए, लेकिन यशस्वी जायसवाल ने गेंदबाजों की धुनाई जारी रखी. यशस्वी सिर्फ 31 गेंदों पर ही अर्धशतकीय आंकड़े तक पहुंच गए. हालांकि यशस्वी भारत की ओर से सबसे तेज अर्धशतक बनाने से चूक गए. भारत की ओर से सबसे तेज फिफ्टी जड़ने का रिकॉर्ड ऋषभ पंत के नाम है. ऋषभ ने 2022 में श्रीलंका के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में 28 गेंदों पर फिफ्टी बनाई थी. देखा जाए तो भारतीय टीम ने 10.1 ओवर में 100 रन भी पूरे कर लिए. ये टेस्ट इतिहास में सबसे तेज टीम हंड्रेड रहा. भारत ने अपना ही रिकॉर्ड बेहतर किया.
यशस्वी जायसवाल के पास तूफानी शतक बनाने का मौका था, लेकिन वो हसन महमूद की गेंद पर बोल्ड हो गए. यशस्वी ने 51 गेंदों पर 72 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और दो छक्के शामिल रहे. इसके बाद शुभमन गिल और ऋषभ पंत ने मिलकर पारी को आगे बढ़ाया. चायकाल के समय भारत का स्कोर 137/2 रन था.
चायकाल के बाद शाकिब अल हसन ने भारत को दो तगड़े झटके लगे. सबसे पहले शाकिब ने शुभमन गिल (39 रन, 4 चौके और एक सिक्स) को आउट किया. फिर उन्होंने ऋषभ पंत को (9) भी पवेलियन रवाना कर दिया. पंत और गिल दोनों का कैच हसन महमूद ने लपका.
इसके बाद विराट कोहली और केएल राहुल ने मोर्चा संभाल लिया. कोहली ने 35 रन बनाते ही इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे तेज 27000 रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. इस मामले में उन्होंने सचिन तेंदुलकर को पछाड़ दिया. तेंदुलकर ने 623वीं पारी में 27000 रन बनाए थे. जबकि कोहली ने 594वीं पारी में ये उपलब्धि हासिल की.
विराट कोहली 35 गेंदों पर 47 रन बनाकर आउट हुए, जिसमें 5 चौके और एक सिक्स शामिल रहा. कोहली को शाकिब अल हसन ने बोल्ड किया. दूसरी तरफ केएल राहुल ने 33 गेंदों पर फिफ्टी पूरी कर ली. उधर कोहली के आउट होने के बाद भारत ने रवींद्र जडेजा (8) और आर. अश्विन (1) का विकेट सस्ते में गंवा दिया. जडेजा को मेहदी हसन मिराज ने नजमुल हुसैन शांतों के हाथों कैच आउट कराया, वहीं अश्विन स्पिनर शाकिब अल हसन की गेंद पर बोल्ड हो गए.
फिर केएल राहुल भी मेहदी की गेंद पर बड़ा शॉट मारने के चक्कर में स्टम्प आउट हो गए. राहुल ने 48 गेंदों पर 63 रनों की पारी खेली, जिसमें सात चौके और दो छक्के शामिल रहे. राहुल के बाद भारत ने मेहदी की गेंद पर आकाश दीप का विकेट गंवा दिया, जिन्होंने 12 रन बनाए. आकाश दीप के आउट होते ही भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पारी घोषित कर दी. बांग्लादेश की ओर से शाकिब अल हसन और मेहदी हसन मिराज ने चार-चार विकेट लिए.