रांची,
झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल का विस्तार 5 दिसंबर को होगा. राज्य के पूर्व कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि पूरा मंत्रिमंडल गुरुवार को शपथ लेगा. उन्होंने कैबिनेट गठन में देरी के बारे में स्पष्टीकरण भी दिया. राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार राजभवन में मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी का भी उसी दिन शपथ ग्रहण होगा.
राजेश ठाकुर ने पुष्टि की कि कांग्रेस आलाकमान के साथ महत्वपूर्ण चर्चा के बाद कैबिनेट को लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है. उन्होंने कैबिनेट गठन में हुई देरी को उचित ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व का निर्णय सभी को स्वीकार होगा. उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से जब कोई बड़ा निर्णय लिया जाता है तो उस पर चर्चा की जाती है और हमारे केंद्रीय नेतृत्व से सुझाव लिए जाते हैं. लगभग सब कुछ पूरा हो चुका है, हमने राज्यपाल से समय मांगा है और 5 दिसंबर को पूरे मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण होगा.’
झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक नेता ने कहा, ‘पांच दिसंबर को दोपहर 12 बजे के आसपास झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के लिए ग्यारह मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है.’ इस बीच कैबिनेट में हर वर्ग को शामिल करने का आश्वासन देते हुए जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, ‘हम बहुत ही सौहार्दपूर्ण तरीके से कैबिनेट का गठन करेंगे. हर वर्ग को प्रतिनिधित्व मिलेगा. इसमें महिलाओं, युवाओं, किसानों को शामिल किया जाएगा.’
बता दें कि झारखंड के कांग्रेस विधायकों की सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक हुई थी. इसके बाद कांग्रेस के झारखंड मामलों के प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने संवाददाताओं से कहा, ‘कैबिनेट विस्तार सीएम का विशेषाधिकार है. हम नामों के साथ तैयार हैं और कैबिनेट विस्तार के लिए समय तय करने और शपथ ग्रहण समारोह के लिए राजभवन से तारीख मांगने के बाद सीएम के साथ सूची साझा करेंगे. विधानसभा का विशेष सत्र 9 दिसंबर से शुरू हो रहा है. हम 8 दिसंबर सहित जब भी वह (सीएम) चाहेंगे, शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयार हैं.’
जेएमएम प्रमुख हेमंत सोरेन ने जहां झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है, वहीं कैबिनेट मंत्रियों को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. राज्य में झामुमो के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक की सरकार बनी है. हाल के चुनाव में 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में इंडिया ब्लॉक को 56 सीटें मिलीं, जिसमें झामुमो ने 34, कांग्रेस ने 16, राजद ने 4 और सीपीआईएमएल ने 2 सीटें जीतीं. जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 24 सीटें मिलीं. इसमें बीजेपी ने 21, जदयू, लोजपा (रामविलास) और आजसू ने 1-1 सीटें जीतीं.