मुंबई:
महाराष्ट्र में बीजेपी ने महाजीत के बाद मराठा कार्ड खेलते हुए रवींद्र चव्हाण को पार्टी का नया कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। रवींद्र चव्हाण पिछली सरकार में मंत्री थे। वह मुंबई की डोंबिवली विधानसभा सीट से विधायक है। पार्टी ने पिछले दिनों चव्हाण को राज्य में संगठन चुनावों का प्रभारी बनाया था। पार्टी ने शिरडी में दो दिवसीय अधिवेशन के पहले दिन चर्चा के बाद रवींद्र चव्हाण को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने का ऐलान किया। महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष अभी चंद्रशेखकर बावनकुले हैं।
शिरडी अधिवेशन के बीच ऐलान
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने रवींद्र चव्हाण को महाराष्ट्र का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने का ऐलान किया है। बीजेपी के संगठन पर्व के बीच पार्टी ने सबसे पहले महाराष्ट्र में नियुक्ति की है। शिरडी में पार्टी का दो दिवसीय अधिवेशन 12 जनवरी यानी रविवार को खत्म होगा। रवींद्र चव्हाण के नाम पर सीएम देवेंद्र फडणवीस और आरएसएस की सहमति थी। देवेंद्र फडणवीस सरकार में जगह नहीं मिलने के बाद वह प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी के लिए फ्रंट रनर के तौर पर देखे जा रहे थे।
चव्हाण ने व्यक्त किया आभार
महाराष्ट्र बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष का दायित्व मिलने पर रवींद्र चव्हाण ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। चव्हाण ने लिखा है कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मुझे महाराष्ट्र प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष का अहम दायित्व दिया। शिर्डी में भी आज से भाजपा का भव्य विजय सत्र शुरू हो गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुळे एवं प्रदेश मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस सहित साथियों के साथ आयोजित सांगठनिक बैठक में मुझे सौंपा और नवीन दायित्व की बधाई दी। मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं।
पार्षद से प्रदेश अध्यक्ष तक
54 साल के रवींद्र चव्हाण मूलरूप से कल्याण के रहने वाले हैं। वह लगातार चार बार से मुंबई की डोंबिवली सीट से विधायक हैं। वह महाराष्ट्र में अभी तक लोक निर्माण विभाग के साथ कई बड़े विभाग संभाल चुके हैं। रवींद्र चव्हाण के परिवार में उनकी पत्नी सुहसी चव्हाण और दो बेटियां सलोनी और खुशी हैं। रवींद्र चव्हाण दत्तात्रेय चव्हाण के बेटे हैं। रवींद्र चव्हाण बीजेपी के उन नेताओं में शामिल हैं। जो काफी नीचे से उठकर ऊपर तक पहुंचे हैं। चव्हाण 2005 में कल्याण डोंबिवली नगर निगम के वार्ड संख्या 96 से पार्षद चुने गए थे। इसके बाद वह स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य बने थे। वह 2009 में पहली बार महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए थे।