नई दिल्ली
कॉग्निजेंट ने भारत में अपने कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र 58 से बढ़ाकर 60 कर दी है। यह कंपनी की कुशल कर्मचारियों को आकर्षित करने और बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा है। फैसला उन सभी कर्मचारियों पर लागू होता है जो भारत में काम करते हैं। कंपनी इसे वेतन वृद्धि जैसा एक नया कदम मान रही है क्योंकि इससे कर्मचारी दो साल और काम कर सकेंगे। साथ ही अपना अनुभव कंपनी के साथ साझा करेंगे। कॉग्निजेंट जैसी बड़ी आईटी कंपनी का रिटायरमेंट की उम्र को 60 वर्ष तक बढ़ाने का फैसला निश्चित रूप से आईटी उद्योग में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस फैसले के कई दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं। अनुभवी कर्मचारियों के पास अब अधिक समय तक काम करने का अवसर होगा। इससे उन्हें अपनी पेशेवर यात्रा को आगे बढ़ाने का मौका मिलेगा।
महत्वपूर्ण है यह कदम
कॉग्निजेंट का यह कदम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि बड़ी संख्या में कंपनियों का इन दिनों फोकस युवाओं पर है। वे सीनियर्स के बजाय युवाओं को हायर करने पर तवज्जो दे रही हैं। ज्यादा IT कंपनियों में रिटायरमेंट की उम्र अब 58 साल है। इसलिए भी कॉग्निजेंट का यह कदम काफी महत्वपूर्ण है।कॉग्निजेंट के फैसले के बाद अब कर्मचारी 60 साल की उम्र में रिटायर होंगे। पहले यह उम्र 58 साल थी। यह बदलाव IT इंडस्ट्री के मानकों के साथ तालमेल बैठाने और अच्छे कर्मचारियों को कंपनी से जोड़े रखने के लिए किया गया है। एक मेमो के अनुसार, कॉग्निजेंट ने कहा, ‘यह बदलाव सामान्य बाजार परिपाटी और अनुभवी प्रतिभाओं को आकर्षित करने और बनाए रखने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।’
छोटे शहरों में पहुंच रही कंपनी
कॉग्निजेंट के सीईओ रवि कुमार एस ने हाल ही में एक कार्यक्रम में भारत की वैश्विक भूमिका पर बात की थी। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्रवासी भारतीय सम्मान 2025 भी प्राप्त किया। रवि ने बताया कि भारत टेक जगत में कैसे महत्वपूर्ण होता जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘कॉग्निजेंट एक बड़ी कंपनी है। हमारे भारत में 2,50,000 कर्मचारी हैं। पहले हम बड़े शहरों से काम करते थे, अब हम छोटे शहरों से भी काम करते हैं… हमारा प्रयास इसे छोटे शहरों तक ले जाने का है, इसलिए हमने इंदौर में शुरुआत की।’