मुंबई,
शिवसेना यूबीटी के मुखिया उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को अंधेरी के छत्रपति शिवाजी महाराज स्टेडियम में शिवसेना संस्थापक और अपने पिता बालासाहेब ठाकरे की जयंती पर एक जनसभा को संबोधित किया. गृह मंत्री अमित शाह पर जोरदार हमला बोलते हुए ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे अभी भी चौंकाने वाले हैं और अमित शाह मेरा भविष्य तय नहीं कर सकते.
अमित शाह पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा, ‘मराठी मानुष की बात मत सुनो. हमने औरंगजेब को दफना दिया है. अमित शाह किस झाड़ की पत्ती है? अगर महाराष्ट्र में लोगों के दिल के मुताबिक फैसला होता, दिल्ली में सरकार हिल जाती. मैं अमित शाह को जवाब देता रहूंगा. मैं आपको दिखाऊंगा कि एक घायल शेर क्या कर सकता है.’
संघ पर भी हमला
बीजेपी नेता पंकजा मुंडे का जिक्र करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘पंकजा मुंडे ने कहा था कि महाराष्ट्र में 90 हजार कार्यकर्ता आए थे, वे आरएसएस के कार्यकर्ता थे. अगर आज महाराष्ट्र को खून की जरूरत है तो शिवसैनिक देंगे. आरएसएस केवल गौमूत्र देगा. आईआईटी बैंगलोर के प्रमुख कह रहे हैं कि मुझे बुखार था और मैंने इलाज के तौर पर गौमूत्र लिया.’
शिंदे को फिर कहा गद्दार
एकनाथ शिंदे का नाम लिए बगैर उद्धव ने कहा, ‘गद्दार बीकेसी में सभा कर रहे हैं. महाराष्ट्र को बर्बाद करने के लिए गद्दारों का इस्तेमाल किया जा रहा है. वे अमित शाह की वजह से जीते होंगे. एक बार बीएमसी चुनाव हो जाए तो गद्दार बीजेपी के किसी काम के नहीं रहेंगे. हम पहले ही देख सकते हैं कि उनके साथ कैसा व्यवहार हो रहा है. अब वे (शिंदे) सत्ता में भागीदारी से वंचित होने के बाद गांव जा रहे हैं.’
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा, ‘वे कह रहे थे कि मैंने 92 के दंगों के लिए माफ़ी मांगी है. यह झूठी खबर थी. आडवाणी ने कहा था कि बाबरी को गिराना बहुत बड़ी गलती थी. देशभक्त मुसलमानों ने हमें स्वीकार कर लिया है. उन्हें इससे दिक्कत है. भाजपा को अपने झंडे से हरा रंग हटा देना चाहिए. मैं आप सभी का आज आने के लिए शुक्रिया अदा करता हूं. मेरे पास कुछ नहीं है, लेकिन मैं लड़ूंगा. मैं जीत कर ही मैदान छोड़ूंगा.’
बीएमसी चुनाव पर बाद में लेंगे फैसला
बीएमसी चुनाव का जिक्र करते हुए उद्धव ने कहा, ‘ऐसी प्रतिक्रियाएं हैं कि हमें अकेले चुनाव लड़ना चाहिए. आप अकेले लड़ना चाहते हैं. लोग हां कहते हैं. अभी चुनाव घोषित नहीं हुए हैं. मुझे अपनी तैयारियां देखने दीजिए. जब समय आएगा, मैं अकेले चुनाव लड़ने का फ़ैसला लूंगा.’