‘गंभीर ने मां-बहन की गालियां दीं…’, मनोज तिवारी का दावा, बोले- हाथापाई भी हो जाती

नई दिल्ली,

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 12 टेस्ट और 3 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं. उन्होंने अपने साथी खिलाड़ी और भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर को लेकर बड़ा खुलासा किया है.मनोज ने लल्लनटॉप से बात करते हुए दावा किया है कि एक मैच के दौरान पिच पर ही गंभीर उन्हें मां-बहन की गालियां देने लगे थे. मनोज ने बताया कि उस दिन दोनों के बीच हाथापाई भी हो सकती थी.

गौतम गंभीर के साथ क्या मामला है? इसके सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा, ‘नया लड़का उठता है, तब उसे लाइमलाइट दी जाए. थोड़ी जगह दी जाए न्यूज पेपर में. वो एक कारण हो सकता है. जिसकी वजह से वो भड़क जाते हों.’

‘उस दिन हाथापाई भी हो सकती थी’
मनोज तिवारी की PR टीम भारी पड़ रही थी गंभीर की PR टीम पर? इस पर पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘अगर मेरी पीआर टीम होती तो आज की तारीख में मैं भारतीय टीम का कप्तान हो सकता था.’ उन्होंने आगे कहा, ‘एक मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैं हाइएस्ट स्कोरर था फ्रेंडनी गेम में. मैंने 129 रन बनाए थे. उन्होंने (गंभीर) 105 या 110 रन बनाए थे. मेरा ही हाइएस्ट स्कोर था, फिर भी उस मैच में वो भड़क गए एक दिन. क्या कर रहा है तू, चल नीचे, सभी चले गए हैं.’

उन्होंने कहा, ‘मैं वॉशरूम में था, तो वो (गंभीर) पीछे से आ गए और फिर से भड़कने लगे. ऐसा एटीट्यूड नहीं चलेगा. ऐसा कर दूंगा कि तुझे खिलाऊंगा नहीं. मैंने बोला गौती भाई क्या बोल रहे हो ये. वसीम भाई (वसीम अकरम) भी आ गए और उन्होंने मामला ठंडा कर दिया. उस दिन हाथापाई भी हो सकती थी.’

मैदान पर ही गालियां देने लगे गंभीर
24 अक्टूबर 2015 वाले दिन क्या हुआ था? इसके जवाब में मनोज तिवारी ने कहा, ‘रणजी के मैच में वो खेल रहे थे. मैं अपना गार्ड (पिच पर सेट होना) ले रहा था, स्लिप पर थे वो. वहीं से शुरू हो गए. गाली देना… ऐसी गाली की आप बोल नहीं सकते. हां, मां-बहन की गाली. गाली देते देते बोल रहे थे कि तू शाम को मिल तुझे मारता हूं. मैं बोला शाम को क्यों अभी मार लो, आ जाओ हो जाए.’

गंभीर को पाखंडी भी कहा था मनोज ने
हाल ही में मनोज तिवारी ने न्यूज18 बांग्ला से बात करते हुए गंभीर पर हमला बोला और उन्हें हिप्पोक्रेट्स (पाखंडी) तक कह दिया था. इतना ही नहीं मनोज ने गंभीर को झूठा भी कहा था. दरअसल, गंभीर ने अपनी कप्तानी में IPL टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को 2 खिताब (2012, 2014) जिताए हैं.

इस पर भी मनोज ने बयान देते हुए कहा कि पूरा क्रेडिट गंभीर को दिया जाता है. यह उनकी PR रणनीति है. जबकि टीम को जीत दिलाने में मैंने और बाकी खिलाड़ियों ने भी पूरा योगदान दिया है. इसी कड़ी में KKR टीम के पूर्व कप्तान नीतीश राणा ने गंभीर का सपोर्ट किया.

क्या कहा था मनोज ने गंभीर को लेकर?
मनोज ने कहा था, ‘गौतम गंभीर हिप्पोक्रेट्स (पाखंडी) हैं. वह जो कहते हैं, वो करते नहीं हैं. कप्तान (रोहित) कहां से हैं? मुंबई से. अभिषेक नायर कहां से हैं? मुंबई से. उन्हें मुंबई के खिलाड़ी को आगे रखने का मौका मिला. जलज सक्सेना के लिए बोलने वाला कोई नहीं है. वह अच्छा प्रदर्शन करते हैं, लेकिन चुप रहते हैं.’

उन्होंने आगे कहा था, ‘मॉर्ने मोर्केल लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) से आए हैं. अभिषेक नायर कोलकाता नाइट राइडर्स में गंभीर के साथ थे और भारतीय मुख्य कोच उनके साथ सहज हैं. उन्हें कोच की हां में हां मिलाना चाहिए. इसीलिए उन्हें लाया गया है.’

मनोज ने कहा था, ‘KKR को अकेले गंभीर की कप्तानी ने खिताब नहीं जिताया. हम सभी ने एक टीम के रूप में प्रदर्शन किया. जैक्स कैलिस, मनविंदर बिस्ला और मैंने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया और सुनील नरेन ने बेहतरीन गेंदबाजी की. यही कारण है कि हमने पहला IPL खिताब (2012) जीता. लेकिन इसका श्रेय किसने लिया? ऐसा माहौल और PR है जो उन्‍हें सारा क्रेडिट लेने की अनुमति देता है.’

 

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