‘शिकायत करने वालों पर ही केस कर रहा चुनाव आयोग’, आतिशी के निशाने पर EC से लेकर दिल्ली पुलिस

नई दिल्ली,

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग, दिल्ली पुलिस और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा. दरअसल बीती रात कालका जी विधानसभा क्षेत्र में हुए बवाल के बाद चुनाव आयोग ने आतिशी के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन और उनके समर्थकों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिस के साथ मारपीट करने का केस दर्ज किया है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतिशी ने कहा, ‘कल शाम 6:00 बजे प्रचार खत्म होने के बाद साइलेंट पीरियड की शुरुआत हो गई जिसमें आचार संहिता और नियम कानून बेहद स्पष्ट हैं कि किसी भी विधानसभा क्षेत्र में वहां के बाहर का वाटर मौजूद नहीं हो सकता. यह चुनाव को प्रभावित करने का तरीका होता है. हमें शिकायत मिली कि रमेश बिधूड़ी के लोग जोगी क्लस्टर में लोगों को धमका रहे थे. जब हम वहां गए तो संगम विहार के रहने वाले दिनेश चौधरी, हमारे पास उनकी फोटो के जीपीएस ट्रैक हैं, वह बालमुकुंद खंड में मौजूद थे. मैंने रिटर्निंग ऑफिसर को सूचित किया जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और उन्हें लेकर गई.’

उन्होंने कहा, ‘जब हम उनके पीछे-पीछे गए तो देखा कि उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और पुलिस ने उनको जाने दिया. पुलिस थाने की ओर जाते-जाते एक और गाड़ी में रमेश बिधूड़ी की टीम के कुछ लोग नवजीवन कैंप, नेहरू कैंप की झुग्गी-बस्तियों के आसपास घूम रहे थे. अनुज बिधूड़ी, जो रमेश बिधूड़ी के सगे भतीजे हैं और सेठी के नाम से इलाके में जाने जाते हैं, इस गाड़ी में मौजूद थे. इस लोकेशन पर हमने रिटर्निंग ऑफिसर, फ्लाइंग स्क्वॉड और पुलिस को बुलाया. जब सब वहां पहुंचे और उन्होंने वहां अनुज बिधुड़ी को देखा तो खुलेआम एसएचओ साहब ने उन्हें वहां से सबके सामने फरार करवा दिया.’

आतिशी ने बताया, ‘दो कार्यकर्ता जो वहां वीडियो बना रहे थे और घटना को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत कर रहे थे उनको पुलिस ने बर्बरता से पीटना शुरू कर दिया. जो शिकायत कर रहा है, पुलिस उसकी पिटाई कर रही है. गोविंदपुरी के एसएचओ धर्मवीर सिंह ने उनकी पिटाई की और उनके साथ 10 पुलिसकर्मी और मौजूद थे. लड़कों को पुलिस थाने में लात मारी गई. बिना किसी शिकायत के रात के 1:00 से सुबह 6:00 तक थाने में रखा गया.’

उन्होंने कहा, ‘इलाके के सभी सीनियर पुलिस वालों को वहां बुला लिया गया. एसीपी साउथ ईस्ट को बुलाया गया, कालकाजी के एसीपी को वहां बुलाया गया. सभी पुलिसकर्मी वहां आए लेकिन आचार संहिता के उल्लंघन का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया. उल्टा चोर कोतवाल को डांटे. हमने चुनाव आयोग को बुलाया, पुलिस को बुलाया और चुनाव आयोग ने इस प्रकरण में रमेश बिधूड़ी की टीम पर कोई एक्शन नहीं लिया बल्कि मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज कर लिया.’

सीएम ने कहा, ‘मैं चुनाव आयोग से पूछना चाहती हूं कि भारत फ्री एंड फेयर चुनाव के लिए जाना जाता है और आज देश की राजधानी में खुले आम गुंडागर्दी चल रही है. बीजेपी वाले गुंडागर्दी कर रहे हैं और उनको बचाने के लिए पुलिस वाले गुंडागर्दी कर रहे हैं और चुनाव आयोग शिकायत करने वालों पर केस फाइल कर रहा है. राजीव कुमार जी अपनी सोती हुए आत्मा को जगाइए. हम सुबह से आपसे मिलने के लिए टाइम मांग रहे हैं और आप हमें समय नहीं दे रहे हैं. चुनाव आयोग शिकायत करने वालों पर मुकदमा दर्ज कर रहा है. देश का लोकतंत्र आज राजीव कुमार जी के हाथ में है. इतिहास आज देख रहा है कि देश की राजधानी में लोकतंत्र बचेगा या नहीं.’

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