13.4 C
London
Sunday, November 9, 2025
Homeअंतरराष्ट्रीयधरती से 500 किलोमीटर ऊपर चीनी रॉकेट के हुए 50 टुकड़े, वैज्ञानिक...

धरती से 500 किलोमीटर ऊपर चीनी रॉकेट के हुए 50 टुकड़े, वैज्ञानिक हैरान

Published on

वॉशिंगटन,

चीन लगातार रॉकेट छोड़ रहा है. कभी स्पेस स्टेशन बनाने के लिए, कभी सैटेलाइट लॉन्च करने के लिए. रॉकेट अंतरिक्ष में अपना काम करके बेपरवाह हो जाते हैं. उन पर चीन का नियंत्रण नहीं रहता. अभी दो दिन पहले यानी 12 नवंबर को धरती से 500 किलोमीटर ऊपर लोअर अर्थ ऑर्बिट में चीन का एक रॉकेट 50 टुकड़ों में बंट गया. अमेरिकी स्पेस फोर्स ने चीन के लॉन्ग मार्च 6 ए के टूटने की पुष्टि की है. रॉकेट के इन टुकड़ों को आप स्पेस जंक या अंतरिक्ष का कचरा कह सकते हैं और ये कचरा उसी ऊंचाई पर तैर रहा है जहां स्पेसएक्स (SpaceX) स्टारलिंक के कई सैटेलाइट मौजूद हैं और उसके ऊपर अंतरिक्ष स्टेशन है.

कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस में 18वें स्पेस डिफेंस स्क्वाड्रन ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी. लॉन्ग मार्च 6A रॉकेट शुक्रवार को युनहाई-3 (Yunhai-3) अर्थ ऑब्ज़र्विंग रिसर्च सैटेलाइट लेकर अंतरिक्ष गया था. खगोलविद सीस बासा ने ट्वीट किया कि लगता है कि रॉकेट बॉडी युनहाई-3 पेलोड भेजने के तुरंत बाद फेल हो गई, क्योंकि लॉन्च के बाद के घंटों में अमेरिका के ऊपर, लगातार 2 बार रॉकेट से ईंधन का रिसाव देखा गया था. सीस बासा ने कई टुकड़ों को देखा था. सभी टुकड़े तेजी से बिखर रहे थे, जो बहुत अलग तरह के फ्लैश पैटर्न दे रहे थे.

यह रॉकेट, लॉन्ग मार्च 5B बूस्टर की तुलना में बहुत छोटा है जो इस महीने की शुरुआत में कक्षा से सीधे प्रशांत महासागर में आकर गिरा था.लॉन्ग मार्च 6A के टुकड़े पृथ्वी के वायुमंडल में वापस खिंच सकते हैं, जहां वे पूरी तरह से जल जाएंगे. लेकिन बासा का कहना है कि इसमें कुछ साल का समय लग सकता है. लेकिन तब तक यह मलबा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की समान ऑर्बिटल ऊंचाई से होकर गुजरेगा.

अभी यह साफ नहीं हुआ है कि रॉकेट के टुकड़े क्यों हुए. क्या वो कक्षा में किसी ऐसी चीज से टकराया जिससे वह टूटा या फिर फ्यूल डंप के साथ कोई गड़बड़ी हुई है जिसकी वजह से अचानक और विस्फोटक के साथ रॉकेट टूटा. कहा जा रहा है कि युनहाई-3 सैटेलाइट को सफलतापूर्वक तैनात कर दिया गया था और इस विस्फोट का उसपर कोई असर नहीं हुआ है, क्योंकि रॉकेट स्टेज को सैटेलाइट से अलग परिक्रमा करते हुए देखा गया था. स्पेस फोर्स का कहना है कि वह रॉकेट के सभी टुकड़ों को ट्रैक और मॉनिटर करने के लिए काम करेगी

Latest articles

इतिहास रचा! 11 गेंदों में 8 छक्के, मेघालय के बल्लेबाज़ आकाश कुमार ने जड़ा सबसे तेज़ अर्धशतक का वर्ल्ड रिकॉर्ड

रणजी ट्रॉफी 2025-26 के प्लेट ग्रुप में मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के बीच चल...

उत्तराखंड को पीएम मोदी का ₹8,100 करोड़ का तोहफ़ा! रजत जयंती पर किया विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन

उत्तराखंड के गठन के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी...

More like this

Russia Cruise Missile 9M729:रूस की मिसाइल 9M729 कितनी खतरनाक? जानें अमेरिका से क्यों हुआ था विवाद और नाटो को क्यों है डर

Russia Cruise Missile 9M729:रूस की सबसे विवादास्पद और खतरनाक मानी जाने वाली क्रूज़ मिसाइल...