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Saturday, July 5, 2025
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‘विदेशी छात्रों को भेजेंगे जेल या कर देंगे डिपोर्ट’, डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों दी स्टूडेंट्स को ‘धमकी’?

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रूथ सोशल’ पर ऐलान किया कि उनकी सरकार उन सभी शिक्षण संस्थानों की फेडरल फंडिंग रोक देगी, जो गैरकानूनी विरोध प्रदर्शनों की इजाजत देते हैं। ट्रंप का ये ऐलान ऐसे समय पर आया है, जब इजरायल-गाजा संघर्ष की वजह से अमेरिकी कॉलेज कैंपसों में प्रदर्शन देखने को मिले हैं। साथ ही यहूदी-विरोधी भावनाओं में भी इजाफा हुआ है, जिसकी वजह से यहूदी छात्रों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा है।

राष्ट्रपति ट्रंप की धमकी प्रदर्शन की इजाजत देने वाले कॉलेज-यूनिवर्सिटी के साथ-साथ स्कूलों के लिए भी है। उन्होंने अमेरिकी और विदेशी छात्रों को चेतावनी भी दी है। ट्रंप ने कहा है कि प्रदर्शनकारियों को जेल में डाला जा सकता है या फिर उन्हें उनके देश में डिपोर्ट किया जा सकता है। जबकि अमेरिकी छात्रों को निष्कासन या गिरफ्तारी का सामना करना पड़ेगा। ट्रंप पहले ही लिंग, रंग, ट्रांसजेंडर एथलीटों और कोविड-19 वैक्सीन जरूरी करने वाले संस्थानों की फंडिंग रोकने की धमकी दे चुके हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?
राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर लिखा, “किसी भी कॉलेज, स्कूल या यूनिवर्सिटी की सभी फेडरल फंडिंग बंद कर दी जाएगी, अगर वे अवैध विरोध प्रदर्शनों की इजाजत देते हैं। प्रदर्शनकारी लोगों को जेल भेजा जाएगा या स्थायी रूप से उस देश में वापस भेज दिया जाएगा, जहां से वे आए थे। अमेरिकी छात्रों को स्थायी रूप से निष्कासित कर दिया जाएगा या अपराध के आधार पर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। नो मास्क!”

हालांकि, जब ट्रंप के एक प्रवक्ता से सवाल किया गया कि व्हाइट हाउस अवैध विरोध प्रदर्शन को कैसे परिभाषित करेगा या सरकार प्रदर्शनकारियों को कैसे कैद करेगी, तो इसका जवाब नहीं मिला। बता दें कि अमेरिकी संविधान का पहला संशोधन भाषण और सभा की स्वतंत्रता देता है।

प्रदर्शन को लेकर सरकार के निशाने पर कोलंबिया यूनिवर्सिटी
ट्रंप की तरफ से यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब उनकी सरकार कोलंबिया यूनिवर्सिटी से 50 मिलियन डॉलर से अधिक के कॉन्ट्रैक्ट वापस लेने पर विचार कर रही है। आरोप है कि गाजा में इजरायल के युद्ध के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के दौरान यह यूनिवर्सिटी यहूदी छात्रों की रक्षा करने में विफल रही। ट्रंप ने पिछले महीने स्कूलों में कथित यहूदी-विरोधी भावनाओं को दूर करने के लिए एक टास्कफोर्स का गठन किया था। शिक्षा मंत्री लिंडा मैकमोहन कोलंबिया को दी जाने वाली फेडरल ग्रांट्स की समीक्षा का नेतृत्व कर रही हैं।

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