नई दिल्ली,
बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए देश में नई मुद्रा नोट जारी किए हैं, नए नोटों पर राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान, जिन्हें ‘बंगबंधु’ के नाम से जाना जाता है, उनकी तस्वीर नहीं छपी है, यानी बांग्लादेश की करेंसी से शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर को हटा दिया गया है.
दरअसल, बांग्लादेश बैंक ने 10, 100, 200 और 500 बांग्लादेशी टका के मूल्यवर्ग में नए नोट जारी किए हैं, जो कि देश में 1 जून, 2025 से प्रभावी है. नए नोटों पर देश के बदलते राजनीतिक और सांस्कृतिक परिदृश्य को दर्शाया गया है. मौजूदा सरकार ने ये फैसला अगस्त 2024 में बांग्लादेश की शेख हसीना को हटाने के बाद लिया है. छात्र-नेतृत्व वाले आंदोलन के बाद शेख हसीना को सत्ता से हटना पड़ा था.
नए नोटों पर शेख मुजीबुर रहमान फोटो नहीं
ऐतिहासिक रूप से, शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर 1972 से बांग्लादेशी मुद्रा पर प्रमुखता से छपी थी, जो 1971 में पाकिस्तान से स्वतंत्रता प्राप्त करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका का प्रतीक थीय हालांकि, अंतरिम सरकार का यह नया डिज़ाइन बांग्लादेश की पहचान को पुनर्परिभाषित करने की कोशिश का हिस्सा है, जिसमें जुलाई 2024 के आंदोलन, बंगाली परंपराओं और धार्मिक स्थलों पर जोर दिया गया है.
नए नोटों में हिंदू और बौद्ध मंदिरों, ऐतिहासिक महलों, चित्रकार ज़ैनुल आबेदीन की बंगाल अकाल को दर्शाने वाली कलाकृतियों और राष्ट्रीय शहीद स्मारक की तस्वीरें शामिल हैं. यही नहीं, नए नोटों पर जुलाई के विरोध प्रदर्शनों के ग्रैफिटी को भी शामिल किया गया है, जो हसीना के सत्ता से हटने का कारण बने क्रांतिकारी भावना को दर्शाता है.
बांग्लादेश बैंक ने इन नोटों को शुरू में अपने मोतीझील कार्यालय से सीमित मात्रा में वितरित करना शुरू किया, और ईद-उल-अज़हा के बाद व्यापक प्रसार की योजना है. हालांकि रहमान की तस्वीर वाले मौजूदा नोट अभी भी प्रचलन में रहेंगे, जिससे परिवर्तन धीरे-धीरे हो.
नए नोटों पर ये बदलाव
वित्त मंत्रालय ने सितंबर 2024 में शुरू की गई इस प्रक्रिया में मुद्रा और डिजाइन सलाहकार समिति शामिल है, जो भविष्य में सभी मूल्यवर्गों में नए डिजाइन लागू करने की योजना बना रही है. बांग्लादेश बैंक के प्रवक्ता अरिफ हुसैन खान ने बताया कि नोट प्राकृतिक दृश्यों और सांस्कृतिक स्थलों पर केंद्रित होंगे, न कि व्यक्तियों की तस्वीरों पर.
हालांकि बांग्लादेश में इस कदम से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. कुछ लोग इसे आधुनिक और समावेशी पहचान की दिशा में कदम मानते हैं, जबकि अन्य इसे रहमान की विरासत को मिटाने की कोशिश के रूप में देखते हैं, खासकर आंदोलन के दौरान उनकी मूर्तियों पर तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद. फरवरी 2025 तक अनुमानित 374,602 करोड़ टका के प्रचलन के साथ, यह नया डिज़ाइन बांग्लादेश के इतिहास में एक परिवर्तनकारी क्षण को दर्शाता है, जो इसकी समृद्ध विरासत को इसके बदलते राजनीतिक परिदृश्य के साथ जोड़ता है.