रियाद
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट नियोम सिटी पर गंभीर सवाल उठे हैं। इसके निर्माण स्थलों से भयावह घटनाओं का एक सिलसिला सामने आया है। इन घटनाओं में महिला मजदूरों के साथ बलात्कार, आत्महत्या, हत्या और नशीली दवाओं से जुड़े अपराध शामिल हैं। ये घटनाएं विदेशी मजदूरों के शिविरों और कस्ट्रंक्शन साइट पर हो रही हैं। इन शिविरों में सुरक्षा की कमी और अव्यवस्था के कारण काम करने की परिस्थितियां बेहद खराब हैं।
द सन ने वॉल स्ट्रीट जर्नल के हवाले से की गई रिपोर्ट में कहा है कि इस प्रोजेक्ट के निर्माण स्थल पर श्रमिकों के साथ हो दुर्घटनाओं और अपराधों की खबरें लगातार सामने आई हैं, इससे प्रोजेक्ट पर सवाल उठने लगे हैं। रिपोर्ट कहती है कि एक महिला रिपोर्टर ने सऊदी अरब के अंदर खतरनाक और जानलेवा काम करने की परिस्थितियों का खुलासा करने के लिए गुप्त रूप से काम किया है। वो कहती हैं कि मोहम्मद बिन सलमान के प्रोजेक्ट शुरू करने के बाद से सिर्फ आठ वर्षों में 21,000 से अधिक श्रमिकों की मौत हुई है।
आत्महत्या को मजबूर हो रहे मजदूर
रिपोर्ट में बताया गया है कि एक मजदूर ने अपनी तनख्वाह ना मिलने के चलते अपनी कलाई काट ली थी। बीते साल भोजन की खराब गुणवत्ता को लेकर मजदूरों ने लगातार विरोध प्रदर्शन किया। कंस्ट्रक्शन साइट पर महिलाओं के साथ बलात्कार जैसे अपराधों का भी दावा किया गया है। कई मजदूरों के सुरंग में और मलबे में दबने से मौतों की बात कही गई है।
नियोम प्रोजेक्ट सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 का हिस्सा है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश की अर्थव्यवस्था को तेल से शिफ्ट करना है। इस प्रोजेक्ट के तहत एक आधुनिक मेगासिटी बनाई जा रही है, जिसकी लागत करीब 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है। इस पर फिलहाल जोरशोर से काम चल रहा है।
प्रोजेक्ट के समय से खत्म होने की उम्मीद नहीं
इस प्रोजेक्ट की शुरुआत में इसके 2030 तक पूरा करने का अनुमान लगाया गया था। अधिकारियों ने इस महीने की शुरुआत में स्वीकार किया है कि ये इस दशक के अंत तक पूरा नहीं हो सकता है। इसका कुछ हिस्सा तैयारी के करीब है लेकिन कुछ चीजें अभी कई साल का समय ले सकती हैं। ऐसे में ना सिर्फ तमाम आरोपों से ये प्रोजेक्ट घिर रहा है बल्कि साथ ही देरी काै भी सामना कर रहा है।