10.5 C
London
Wednesday, October 29, 2025
Homeराष्ट्रीयदिल्ली में अफ़ग़ान झंडे पर हाई-वोल्टेज ड्रामा: तालिबान विदेश मंत्री मुत्तकी और...

दिल्ली में अफ़ग़ान झंडे पर हाई-वोल्टेज ड्रामा: तालिबान विदेश मंत्री मुत्तकी और दूतावास कर्मचारियों में तीखी बहस, जानिए क्यों झुकी मुत्तकी की टीम

Published on

अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी इस समय भारत दौरे पर हैं. गुरुवार को जब वह अफ़ग़ान दूतावास में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने वाले थे, तभी झंडे को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया. इस मुद्दे पर विदेश मंत्री मुत्तकी की टीम और दूतावास के कर्मचारियों के बीच तीखी बहस हुई. आखिरकार, मुत्तकी की टीम को झुकना पड़ा और उन्हें दूतावास कर्मचारियों की माँग माननी पड़ी.

तालिबानी झंडा लगाने पर हुआ विवाद

रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी दूतावास में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे. इस कार्यक्रम के दौरान, तालिबान की इस्लामिक अमीरात सरकार के झंडे को फहराया गया. दूतावास के स्टाफ ने तुरंत इस पर कड़ी आपत्ति जताई. स्टाफ का कहना था कि इस झंडे को अभी तक भारत सरकार ने मान्यता नहीं दी है, इसलिए इसे यहाँ नहीं फहराया जा सकता.

दूतावास स्टाफ क्यों अड़ा?

यह जानना महत्वपूर्ण है कि दिल्ली स्थित अफ़ग़ान दूतावास में आज भी पुरानी अफ़ग़ान सरकार का ही झंडा लगा हुआ है, उसे तालिबान सरकार के नए झंडे से नहीं बदला गया है. दूतावास का स्टाफ उसी पूर्ववर्ती सरकार के प्रति अपनी निष्ठा रखता है, जिसे भारत सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर मान्यता दी है. इसलिए, जब मुत्तकी की टीम ने तालिबान का नया झंडा लगाने की कोशिश की, तो स्टाफ ने इसका कड़ा विरोध किया.

मुत्तकी टीम और स्टाफ में हुई गरमागरम बहस

झंडे को लेकर दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक गरमागरम बहस चलती रही. मुत्तकी की टीम इसे तालिबान सरकार की आधिकारिक पहचान बता रही थी, जबकि दूतावास के कर्मचारियों ने भारतीय प्रोटोकॉल का हवाला दिया कि जब तक भारत सरकार द्वारा झंडे को मान्यता नहीं मिल जाती, तब तक इसे दूतावास परिसर में प्रदर्शित नहीं किया जा सकता. यह विवाद भारत और तालिबान के बीच चल रहे राजनयिक गतिरोध को दर्शाता है.

Read Also: स्वच्छता ही सेवा विशेष अभियान, बीएचईएल झाँसी में साइकिल रैली एवं वॉकाथॉन का आयोजन

आखिरकार मुत्तकी की टीम को मानना पड़ा

भारी दबाव और कर्मचारियों के अडिग रुख के सामने, अंततः विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी की टीम को झुकना पड़ा. स्टाफ अपनी माँग पर अड़ा रहा और उसने तालिबानी झंडा फहराने की अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया. यह घटना दर्शाती है कि भारत, तालिबान सरकार के साथ कूटनीतिक संबंधों को लेकर बेहद सतर्क है और अभी तक उसने उन्हें आधिकारिक मान्यता नहीं दी है.

Latest articles

पहले ही दिन गोवा, दिल्ली और हैदराबाद की फ्लाइट्स हुईं फुल

भोपाल ।सतना/हवाई पट्टी नगर। विंटर सीजन की शुरुआत के साथ ही सतना एयरपोर्ट से...

खजुराहो से दिल्ली और बनारस के लिए इंडिगो की सीधी फ्लाइट शुरू

भोपाल ।अब खजुराहो से दिल्ली और बनारस के लिए सीधी हवाई सेवा शुरू हो...

नर्स की सड़क हादसे में मौत

भोपाल ।भोपाल की 25 वर्षीय नर्स वर्षा लोधी का विदिशा में सड़क हादसे में...

नगर सलाहकार समिति की बैठक

भेल भोपाल ।मंगलवार को नगर सलाहकार समिति की बैठक क्षितिज भवन के सभागार में...

More like this

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड में सीएमडी के साक्षात्कार

नई दिल्ली।केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पद के पद पर भेल...

चक्रवात ‘Mokha’ का कहर: ओडिशा के तटीय इलाकों में तेज हवाएं और भारी बारिश

भीषण चक्रवात 'मोखा' (Cyclone Mokha) ने बुधवार सुबह ओडिशा के गंजम जिले (Ganjam district)...

12 राज्यों में वोटर-लिस्ट अपडेट शुरू

नई दिल्ली।देशभर के 12 राज्यों में आज से वोटर सूची (Voter List) की अपडेट...