PM किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त को लेकर एक नया अपडेट आया है. बाढ़ प्रभावित किसानों को हाल ही में तात्कालिक राहत पैकेज के रूप में बड़ी राशि प्रदान की गई है. अब, देश भर के किसानों को दिवाली 2025 से ठीक पहले, केंद्र सरकार 21वीं किस्त को लेकर एक बड़ी घोषणा कर सकती है.
शनिवार को, केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित किसानों के खातों में PM किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त के तौर पर ₹171 करोड़ सीधे ट्रांसफर किए हैं. इससे पहले, 26 सितंबर को भी सरकार ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के 27 लाख से अधिक किसानों को ₹540 करोड़ जारी किए थे.
21वीं किस्त हुई जारी: आपदा प्रभावितों को मिली राहत
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले कहा था कि यह कदम मोदी सरकार की संवेदनशीलता का प्रतीक है, जो संकट में किसानों का साथ कभी नहीं छोड़ती. उन्होंने बताया कि यह प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे लाखों परिवारों को तत्काल सहायता पहुँचाने का प्रयास है. यह राशि सीधे बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित किसानों के खातों में भेजी गई है.
हिमाचल के 8 लाख किसानों को मिले ₹160 करोड़
PM किसान 21वीं किस्त जारी करने के तहत, सरकार पहले ही हिमाचल प्रदेश के 8 लाख से अधिक किसानों को इस योजना के तहत ₹160 करोड़ दे चुकी है. यह त्वरित कार्रवाई उन किसानों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है, जिनकी फसलें और ज़मीनें प्राकृतिक आपदाओं से तबाह हो गई हैं.
पंजाब और उत्तराखंड को भी मिला भुगतान
केंद्र सरकार ने अब तक पंजाब के 11 लाख किसानों को ₹222 करोड़ और उत्तराखंड के 7.9 लाख किसानों को ₹158 करोड़ का भुगतान 21वीं किस्त के रूप में किया है. यह भुगतान दर्शाता है कि सरकार बाढ़ प्रभावित राज्यों के किसानों को प्राथमिकता के आधार पर वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है.
दिवाली से पहले किसानों को मिलेंगे पैसे!
सूत्रों के मुताबिक, जिन राज्यों के किसानों को अभी तक PM किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त नहीं मिली है, उन्हें दिवाली (लगभग 20 अक्टूबर) से ठीक पहले यह किस्त मिलने की पूरी संभावना है. किसानों को उम्मीद है कि त्योहार से पहले उनके खाते में ₹2,000 की राशि आ जाएगी, जिससे उन्हें राहत मिलेगी.
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पीएम किसान योजना: एक बड़ा सहारा
PM किसान सम्मान निधि योजना देश के करोड़ों किसानों के लिए एक बड़ा वित्तीय सहारा रही है. इस योजना के तहत हर चार महीने में ₹2,000 की किस्त (सालाना ₹6,000) सीधे किसानों के खातों में भेजी जाती है, जिससे वे अपनी खेती की ज़रूरतों को पूरा कर सकें.