शिलांग में मिला ट्रांसपोर्ट कारोबारी इंदौर के राजा का शव हनीमून पर गई पत्नी की हो रही तलाश,मध्य प्रदेश के इंदौर से मेघालय के शिलांग गए एक दम्पति के 11 दिन से लापता होने के मामले में पिछले साल (2024 में) एक बड़ा खुलासा हुआ था। जहां पति राजा रघुवंशी का पार्थिव शरीर बरामद किया गया था। राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम के साथ हनीमून मनाने मेघालय के शिलांग गए थे। जहां 23 मई की शाम से दोनों ओसारा हिल्स से लापता हो गए थे। इसके बाद, अलग-अलग टीमों ने जांच शुरू कर दी थी।राजा रघुवंशी का पार्थिव शरीर एक खाई से बरामद किया गया था। वहीं, पत्नी सोनम की तलाश तब भी जारी थी
राजा थे इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी
मृतक राजा रघुवंशी इंदौर के एक ट्रांसपोर्ट कारोबारी थे। जो अपनी पत्नी के साथ हनीमून मनाने शिलांग गए थे। इसी दौरान, वह अचानक लापता हो गए थे। दोनों का आखिरी लोकेशन शिलांग में ही मिला था। राजा रघुवंशी का पार्थिव शरीर आखिरी लोकेशन से कुछ दूरी पर ही मिला था। राजा का शव काफी खराब हालत में मिला था, जिससे पहचानना मुश्किल हो रहा था।
भाई ने की थी शव मिलने की पुष्टि
ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी के भाई सचिन ने शव मिलने की पुष्टि की थी। बताया गया था कि हाथ पर राजा नाम लिखा हुआ था। वहीं, राजा के दूसरे भाई विपिन ने पहचान की थी कि शव उस जगह से करीब 20 से 25 किलोमीटर दूर मिला था जहां स्कूटर मिला था। उस समय राजा की पत्नी सोनम की तलाश जारी थी। शिलांग पुलिस ने भी उसी इलाके में उनकी पत्नी की तलाश शुरू कर दी थी जहां राजा का शव मिला था।
यह भी पढ़िए: Covid Alert कोरोना का नया सिमटम आया सामने लोगों को सुनने में होगी परेशानी जानिए और क्या होगा
तलाश अभियान में आई थीं दिक्कतें
बताया गया था कि खराब मौसम के चलते तलाश अभियान में दिक्कतें आ रही थीं। फिसलन और बारिश के कारण ड्रोन की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। पहाड़ी और घने जंगल वाले इलाके में बचाव दल को भी काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था।
यह भी पढ़िए: Monsoon 2025 आने से पहले ही लौट गया अब क्या होगा जानिए
कैलाश विजयवर्गीय ने भी जताया था दुख
राजा की मौत की खबर मिलते ही उनके परिवार और इंदौर में शोक की लहर दौड़ गई थी। स्थानीय लोगों के साथ-साथ मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर राजा की मौत पर संवेदना व्यक्त की थी और परिवार को हिम्मत देने की बात कही थी। इस घटना ने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया था।