Gold ETF: भारत में सोना निवेश और परंपरा, दोनों का एक अहम हिस्सा रहा है. लेकिन आज के समय में, जब सोने की कीमत 10 ग्राम पर ₹1 लाख के पार पहुँच गई है, तो आम आदमी के लिए फिज़िकल गोल्ड (भौतिक सोना) खरीदना मुश्किल हो गया है. ऐसे में, गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) एक बेहतरीन और स्मार्ट विकल्प के रूप में उभरा है. आइए जानते हैं कि गोल्ड ईटीएफ क्या है, इसमें निवेश कैसे करें, और इसके क्या फ़ायदे हैं.
क्या है Gold ETF?
गोल्ड ईटीएफ (Exchange Traded Fund) सोने में निवेश का एक डिजिटल विकल्प है. यह शेयर बाज़ार (NSE/BSE) में शेयरों की तरह ही ट्रेड करता है. इसमें निवेश करते समय आपको फ़िज़िकल सोने को खरीदने, स्टोर करने या उसके मूल्य को लेकर चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती.3 यह आपको डिजिटल रूप से सोना खरीदने का मौका देता है.
Gold ETF के फ़ायदे:
गोल्ड ईटीएफ में निवेश के कई बेहतरीन फ़ायदे हैं, जो इसे फ़िज़िकल सोने से बेहतर बनाते हैं:
- कम पैसे से शुरुआत: आप गोल्ड ईटीएफ में सिर्फ़ ₹100 से भी कम में निवेश शुरू कर सकते हैं. SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के ज़रिए आप हर हफ़्ते या महीने एक निश्चित राशि का निवेश कर सकते हैं.
- डिजिटल और सुरक्षित: यह पूरी तरह से डिजिटल है, इसलिए चोरी या खोने का कोई जोखिम नहीं है. फ़िज़िकल सोने के विपरीत, इसे रखने के लिए लॉकर की ज़रूरत नहीं होती.
- लिक्विडिटी (तरलता): ईटीएफ को बाज़ार खुलने पर कभी भी खरीदा या बेचा जा सकता है. फ़िज़िकल सोने की तुलना में इसे बेचना बहुत आसान है.
- कम ख़र्च और टैक्स बचत: इसमें म्यूचुअल फंड की तुलना में कम एक्सपेंस रेश्यो होता है और डिविडेंड पर कोई टैक्स नहीं लगता. साथ ही, निकासी पर कोई एग्जिट लोड भी नहीं लगता.
- शुद्धता की गारंटी: गोल्ड ईटीएफ की कीमतें बाज़ार में सोने के रेट पर आधारित होती हैं और यह 99.5% या उससे अधिक शुद्धता सुनिश्चित करता है.
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Gold ETF में निवेश कैसे करें?
गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए, आपके पास डीमैट (Demat) और ट्रेडिंग अकाउंट होना ज़रूरी है. आप अपने ब्रोकर या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (जैसे ज़ेरोधा, ग्रोव, अपस्टॉक्स आदि) के ज़रिए ईटीएफ खरीद सकते हैं. ईटीएफ की खरीद-बिक्री शेयरों की तरह ही होती है. जब चाहें, आप इसे बाज़ार खुलने पर बेच सकते हैं और पैसा अगले दिन आपके बैंक खाते में आ जाता है.