Vaibhav Suryavanshi: बिहार के 14 साल के क्रिकेट सनसनी वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 में बिहार की तरफ से खेलते हुए इस ‘वंडर बॉय’ ने एक बार फिर मैदान पर आग लगा दी है। 29 दिसंबर को मेघालय के खिलाफ खेले गए मैच में वैभव ने ऐसी बल्लेबाजी की कि विपक्षी टीम के गेंदबाज अपना सिर पकड़कर बैठ गए। वैभव ने इस मैच में 310 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से रन कूटकर साबित कर दिया कि क्यों उन्हें भारतीय क्रिकेट का भविष्य माना जा रहा है।
सिर्फ 10 गेंदों में ‘कत्लेआम’, मेघालय के खिलाफ मचाई तबाही
मेघालय के खिलाफ मैच में वैभव सूर्यवंशी ने बल्लेबाजी का नया व्याकरण लिख दिया। उन्होंने महज 10 गेंदों का सामना किया और 31 रन ठोक डाले। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 310 का रहा, जिसमें 6 शानदार चौके और 1 गगनचुंबी छक्का शामिल था। हालांकि यह छोटी पारी थी, लेकिन इसने मैच का रुख बिहार की तरफ मोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई। वैभव का यह निडर अंदाज सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और फैंस उनकी तुलना ‘वीरू’ और ‘सूर्या’ जैसे दिग्गज खिलाड़ियों से कर रहे हैं।
बिहार की एकतरफा जीत: पीयूष सिंह ने भी जड़ा धमाकेदार शतक
मेघालय ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 217 रन बनाए थे। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बिहार की टीम ने वैभव की विस्फोटक शुरुआत के दम पर इस टारगेट को खिलौना बना दिया। बिहार ने महज 32.3 ओवरों में ही जीत हासिल कर ली। वैभव के अलावा पीयूष सिंह ने 88 गेंदों में शानदार 100 रन बनाए, जबकि आकाश राज ने 90 गेंदों में 75 रनों की सूझबूझ भरी पारी खेली। बिहार की इस धमाकेदार जीत ने विजय हजारे ट्रॉफी के प्लेट ग्रुप में हलचल मचा दी है।
राष्ट्रपति से मिला सम्मान, मैदान पर वापसी करते ही मचाया शोर
वैभव सूर्यवंशी के लिए पिछला कुछ समय सपनों जैसा रहा है। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 190 रनों की तूफानी पारी खेली थी, जिसमें 15 छक्के शामिल थे। इसके बाद वह बिहार का दूसरा मैच नहीं खेल पाए थे क्योंकि उन्हें दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार 5 से 18 साल के असाधारण बच्चों को दिया जाता है। सम्मान पाकर जैसे ही वैभव मैदान पर लौटे, उन्होंने मेघालय के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाकर अपना कमबैक सेलिब्रेट किया।
IPL 2025 के सबसे कम उम्र के ‘शतकवीर’ हैं वैभव
वैभव सूर्यवंशी पहली बार तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने IPL 2025 में अपने बल्ले से कोहराम मचाया था। आईपीएल के उस सीजन में वैभव ने 7 मैचों में 46 की औसत से 322 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने एक ऐसा शतक जड़ा जिसने उन्हें आईपीएल इतिहास में सेंचुरी लगाने वाला सबसे युवा खिलाड़ी बना दिया। इसके बाद उन्होंने इंडिया अंडर-19 के लिए भी जबरदस्त रन बनाए। उनकी तकनीक और बड़े शॉट्स खेलने की क्षमता उन्हें बाकी खिलाड़ियों से कोसों आगे खड़ा करती है।
क्या टीम इंडिया के अगले ‘सुपरस्टार’ बनेंगे सूर्यवंशी?
महज 14 साल की उम्र में डोमेस्टिक क्रिकेट और आईपीएल में ऐसा दबदबा बनाना कोई छोटी बात नहीं है। वैभव की बल्लेबाजी में क्लास भी है और आक्रामकता भी। क्रिकेट पंडितों का मानना है कि अगर वह अपनी फिटनेस और फॉर्म पर इसी तरह काम करते रहे, तो बहुत जल्द वह टीम इंडिया की नीली जर्सी में भी नज़र आ सकते हैं। बिहार जैसे राज्य से निकलकर विश्व क्रिकेट के रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराना वैभव के संघर्ष और प्रतिभा की कहानी बयां करता है।
