मुंबई,
महाराष्ट्र चुनाव से पहले इलेक्शन कमीशन ने चुनाव चिह्नों की लिस्ट से ‘तुरही’ को हटाने के एनसीपी (शरद पवार) के अनुरोध को ठुकरा दिया है. इस पर एनसीपी (शरद) प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि चुनाव चिह्नों और उनके आवंटन पर निर्णय लेने के लिए चुनाव आयोग अंतिम प्राधिकारी है.
शरद पवार ने मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) द्वारा आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए चिह्नों की मुक्त लिस्ट में उपलब्ध तुरही चिह्न को फ्रीज करने के एनसीपी (सपा) के अनुरोध को स्वीकार नहीं करने के बारे में पूछे गए प्रश्न का जवाब दिया. पवार ने कहा, “चुनाव आयोग अंतिम प्राधिकारी है. अब कुछ नहीं किया जा सकता.”
विशेष रूप से, शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने चुनाव निकाय से उपलब्ध चिह्नों की लिस्ट से “तुरही” को फ्रीज करने का अनुरोध किया था क्योंकि यह एनसीपी (सपा) को औपचारिक रूप से आवंटित “तुरहा बजाता हुआ आदमी” चिह्न के समान है. लोकसभा चुनावों के दौरान, कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव आयोग द्वारा तुरही चिह्न आवंटित किया गया था.
बता दें कि महाराष्ट्र में चुनावी तारीख का ऐलान हो गया है. राज्य में सभी 288 सीटों पर एक चरण में ही मतदान होगा. महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 23 नवंबर को मतगणना होगी. चुनाव आयोग ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी. दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को पूरा हो रहा है. ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि राज्य के चुनावी नतीजे इससे पहले ही आ जाएंगे. महााष्ट्र चुनाव में सीएम शिंदे के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के सामने सरकार रिपीट कराने की चुनौती है.