‘सरकार बदली सूरत नहीं’ बाबा विजय दास के आत्मदाह के बाद फिर साधु- संतों ने खनन माफियाओं के खिलाफ खोला मोर्चा

भरतपुर

राजस्थान के बृज क्षेत्र में फिर से अवैध खनन के खिलाफ साधु संतों की जंग शुरू हो गई है। यहां डीग जिले में अवैध खनन को रोकने के लिए साधु संत अभी भी कोशिश में लगे हुए हैं लेकिन, डीग जिले के अधिकारी साधु संतों की सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। गुरुवार को साधु संत अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों को रोकने की शिकायत को लेकर एसपी राजेश मीणा के पास पहुंचे। यहां उन्हें एसपी से मिलने के लिए करीब डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ा। इस दौरान साधु संतों में प्रशासन के खिलाफ गुस्सा भी नजर आया।

बाबा हरि बोल दास ने जताई नाराजगी
बाबा हरि बोल दास ने कहा कि अवैध खनन को रोकने के लिए बाबा विजय दास ने अपना बलिदान दिया। इसके बाद डीग जिले के खनन इलाके में अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों का आवागमन जारी है। कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन, जब भी अधिकारियों से मिलने गए तो, उन्होंने हमें घंटों इंतजार करवाया। काफी देर इंतजार के बाद मिलने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।

बताया कहां – कहां चल रहा है अवैध खनन
बाबा हरि बोल दास ने बताया कि डीग जिले के पहाड़ी, कामां, सीकरी के खनन क्षेत्र में दिन रात अवैध खनन चल रहा है। जिन वाहनों में खनन सामग्री जा रही है। उन वाहनों की नंबर प्लेट नहीं है। क्रेशर मशीनें प्रदूषण के नियमों के खिलाफ चल रहीं हैं। इसलिए खनन क्षेत्रों में पुलिस की चौकियां स्थापित की जाएं। जिससे अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों को रोका जा सके। डीग जिले की करीब 15 जगह ऐसी हैं। जहां पुलिस की चौकी बनाई जाएं।

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