पटना
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार के रुख पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे लालू यादव और अपनी पार्टी की बड़ी जीत करार देते हुए कहा कि लंबे समय से राजद जातीय जनगणना की मांग उठा रहा था। उनकी मांग को आखिरकार केंद्र सरकार ने मान ही लिया। तेजस्वी ने कहा कि अब अगली जनगणना में जातीय आधार पर भी आंकड़े जुटाए जाएंगे। इस दौरान पीएम मोदी पर भी तेजस्वी यादव ने तंज कसा।
तेजस्वी का दावा: हमारी ताकत के आगे झुकी केंद्र सरकार
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह फैसला उनकी पार्टी की वर्षों की मेहनत और जनआंदोलन का परिणाम है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को उनकी पार्टी की ताकत के सामने झुकना पड़ा है। तेजस्वी ने इसे बिहार की जनता की जीत बताया और कहा कि इससे स्पष्ट है कि जब कोई मुद्दा सही होता है, तो सरकार को झुकना ही पड़ता है।
तेजस्वी ने BJP पर हमला- ‘जो विरोध कर रहे थे, अब चुप हैं’
मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पहले जो लोग जातीय जनगणना का विरोध कर रहे थे, आज उन्हीं के मुंह पर तमाचा पड़ा है। उन्होंने कहा कि चुनाव को देखते हुए अब BJP नेता बिहार में सक्रिय हो गए हैं, जबकि पहले यही नेता जातीय जनगणना को नकारते थे।
तेजस्वी ने लालू यादव के संघर्ष का दिया हवाला
तेजस्वी ने अपने पिता लालू यादव के योगदान को भी याद किया। उन्होंने बताया कि 26 जुलाई 2015 को लालू यादव ने राजभवन मार्च कर इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था। साथ ही उन्होंने कहा कि RJD 1996 से इस मांग को उठा रही है और तीन बार विधानसभा में सर्वदलीय प्रस्ताव पास करवाया गया, जिसमें नीतीश कुमार भी साथ थे।
साइंटिफिक डेटा के बिना नहीं बन सकती नीतियां: तेजस्वी
राजद नेता तेजस्वी ने कहा कि जातीय जनगणना से सरकार के पास वैज्ञानिक आंकड़े आएंगे, जो भविष्य की योजनाएं और नीतियां बनाने में सहायक होंगे। उन्होंने दोहराया कि जब तक डेटा वैज्ञानिक नहीं होगा, तब तक नीतियां भी अधूरी रहेंगी।
तेजस्वी ने पीएम मोदी के पुराने बयान पर कसा तंज
तेजस्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने बयानों की याद दिलाते हुए उन पर तंज कसा। राजद नेता ने कहा कि पहले पीएम कहते थे कि देश में ‘चार ही जातियां’ हैं, लेकिन अब उन्हीं को जातीय जनगणना करवानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि यह उनकी पार्टी की नीति और जनदबाव का नतीजा है। बता दें, पीएम मोदी ने कई बार रैली में कहा था कि उनके लिए देश में चार ही जातियां हैं- नारी, युवा, किसान और गरीब। इनके उत्थान के लिए काम करना है।