बर्मिंघम,
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय खिलाड़ी लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए मेडल की ओर आगे बढ़ रहे हैं. वहीं, भारत की स्टार महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन अपने पंच का दम नहीं दिखा सकीं और एक बड़े उलटफेर का शिकार हुई हैं. वह क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई हैं. टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली लवलीना से इस बार कॉमनवेल्थ में गोल्ड की उम्मीद थी, लेकिन उनका सफर क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाया. वह महिलाओं के 70 किग्रा कैटेगरी में उतरी थीं. यहां उन्हें हार झेलनी पड़ी.
बढ़त के बावजूद लवलीना मैच हारीं
इंग्लैंड के बर्मिंघम में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के छठे दिन लवलीना का वेल्स की रोसी एसेल्स से मुकाबला हुआ. इस मैच में लवलीना ने दमदार शुरुआत की थी. उन्होंने मामूली अंतर से सही, पर 2 राउंड में बढ़त बना ली थी. मगर आखिर में रोसी एसेल्स ने उलटफेर करते हुए 3-2 से मैच अपने नाम कर लिया. इस तरह लवलीना का कॉमनवेल्थ में बगैर मेडल के ही लौटना होगा.
लवलीना ने टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं के वेल्टरवेट इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इस तरह वह ओलंपिक में मेडल जीतने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बनीं. उन्होंने 2018 AIBA महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप और 2019 AIBA महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. लवलीना ने दिल्ली में पहले इंडिया ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल और गुवाहाटी में दूसरे इंडिया ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीता है.
कॉमनवेल्थ से पहले हुए थे ये विवाद
कॉमनवेल्थ से ठीक पहले भी लवलीना सुर्खियों में आई थीं. तब लवलीना ने आरोप लगाया था कि उनका मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है और उनकी निजी कोच संध्या गुरुंग को खेल गांव में आने की अनुमति नहीं दी जा रही है. बाद में संध्या को बाद में खेल गांव का मान्यता पत्र दिया गया था.
इसके बाद भी कॉमनवेल्थ के ओपनिंग सेरेमनी में लवलीना के साथ एक और विवाद हुआ था. वह राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह को बीच में ही छोड़ कर चली गई थीं. हालांकि उन्हें समारोह छोड़ना महंगा पड़ा क्योंकि इसके बाद वह करीब एक घंटे तक फंसी रहीं. बाद में भारतीय दल के प्रमुख राजेश भंडारी इस पूरे घटनाक्रम पर नाराजगी जताई थी.