क्‍या युद्ध और मंदी से इस साल उबर पाएगी दुनिया ? जानें क्‍या कहती है आने वाले साल की ग्रहदशा

कुछ ही दिनों में साल 2023 शुरू होने वाला है। हर कोई जानना चाहता है कि नया साल कैसा रहने वाला है। खासकर, दुनिया के सामने इस समय मंदी और युद्ध जैसे बड़े सवाल हैं। यूं तो विशेषज्ञों ने अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर दिया है। लेकिन, इस बारे में ज्योतिषाचार्यों के क्या मत हैं और ज्योतिष विज्ञान की क्या भविष्यवाणी है, यह जानना भी बेहद दिलचस्प होगा। ज्योतिषाचार्यों की भी मानें तो नए वर्ष पर ग्रहों की चाल कुछ ऐसी बन रही है कि दुनिया पर मंदी का खतरा अवश्यंभावी है। वहीं, विश्व युद्ध का तो खतरा नहीं है लेकिन अशांति बनी रहेगी। हालांकि, भारत की दशा और दिशा इस दौरान बेहद खास होगी और नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से देश काफी कम प्रभावित होगा।

क्या है ग्रहों की चाल?
ज्योतिषाचार्य एवं आध्यात्मिक गुरु श्री धार्मिक कहते हैं कि वर्ष 2023 की शुरुआत अश्विनी नक्षत्र के साथ हो रही है, जहां कन्या लग्न भी भारत के लिए काफी महत्व रखता है। ज्योतिष शास्त्र के मुख्य दो ग्रह बुध और मंगल की स्थिति मजबूत बन रही है। बुध व्यापार का कारक है जबकि मंगल धरती, बल, कलयुग और युद्ध का कारक है। दोनों की मजबूत स्थिति व्यापारिक और सामरिक (सैन्य) क्षेत्र में काफी बदलाव लेकर आएगी।

मंदी से हो सकती है परेशानी
ज्योतिषाचार्य श्री राजेश का कहना है कि ग्रहों की चाल बताती है कि 2023 में मंदी की स्थिति बनेगी। हालांकि, यह उतनी प्रभावी नहीं होगी। मंदी का एक कारण युद्ध का वातावरण भी होगा। लेकिन, इसका व्यापक असर दुनिया के पश्चिमी क्षेत्र पर पड़ेगा। भारत की उन्नति धीमी गति से ही सही, मगर इस काल में भी होती रहेगी। विकास के दृष्टिकोण से भारत के लिए यह वर्ष अच्छा रहेगा। लोगों की आय बढ़ेगी। व्यापार व उद्योग के क्षेत्र में नए अवसर बनेंगे। हालांकि सितंबर-अक्टूबर महीने में विदेशी व्यापार में गिरावट के योग हैं।

व्यापारिक क्षेत्र में उथलपुथल
ज्योतिषाचार्य श्री धार्मिक का कहना है कि नया साल व्यापारिक दृष्टि से मिला-जुला होगा। कुछ क्षेत्रों पर मंदी का असर होगा तो कुछ क्षेत्र इससे अछूते रहेंगे। ग्रहों की चाल बताती है कि नया वर्ष फाइनेंस और शेयर मार्केट सेक्टर के लिए बेहतर रहेगा। किंतु, शेयर मार्केट में रोज़ाना ट्रेडिंग करने वालों के लिए अस्थिरता बनी रहेगी। टेक्नॉलजी, डिजिटल मार्केटिंग और मशीनरी फील्ड के लिए मंगल नई प्रगति लेकर आएगा। आर्ट डिज़ाइन, लक्ज़री आइटम्स, डेकोरेशन, ग्लैमर और एंटरटेनमेंट क्षेत्र में उन्नति होगी। यह वर्ष मेडिकल क्षेत्र वालों के लिए भी अच्छा रहने वाला है। साथ ही कंप्यूटर और टेक्नॉलजी के क्षेत्र में बड़े बदलाव के आसार हैं। 2023 में तकनीकी प्रगति काफी होगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कुछ नया हो सकता है। साथ ही स्पेस रिसर्च क्षेत्र में वैज्ञानिकों को खास सफलता मिलने के आसार हैं।

खत्म होगा रूस-यूक्रेन युद्ध!
कुछ भविष्यवाणियों में 2023 में विश्व युद्ध का खतरा बताया गया है। हालांकि, ज्योतिषाचार्य का कहना है कि 2023 में किसी बहुत बड़े युद्ध के आसार नहीं हैं। दुनिया में उथल-पुथल जरूर बनी रहेगी। लेकिन, जहां कहीं भी इस समय युद्ध हो रहा है या उसका माहौल है, उसमें नरमी आएगी। श्री धार्मिक कहते हैं कि फ़िलिस्तीन, इंग्लैंड, हांगकांग, जर्मनी, पोलैंड, सीरिया, इस्राइल, लिथुआनिया, सेनेगल और ज़िम्बाब्वे समेत कुछ देशों के सामने बड़ी बाधाएं सामने आ सकती हैं। हालांकि रूस-यूकेन युद्ध के 2023 में शांति के रूप में बदलने के आसार हैं। वहीं, चीन, वियतनाम और भारत के भूमि विवाद के प्रश्न बने रहेंगे। 2023 में शनिदेव कुंभ राशि में भ्रमण करेंगे। इसके परिणामस्वरूप विश्व को कुछ कठिन निर्णय लेने के लिए बाध्य होना पड़ सकता है। हालांकि, इस गोचर का सकारात्मक प्रभाव भी होगा। यह सभी देशों को यह भरोसा दिलाएगा कि हम सभी एक वैश्विक समुदाय के सदस्य हैं और उन्हें सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सहयोगात्मक प्रयास करने के लिए प्रेरित करेगा।

भारत का बढ़ेगा दबदबा
श्री धार्मिक की मानें तो भारत के लिए 2023 बड़े बदलाव लेकर आएगा। इन बदलावों की वजह से विश्व में भारत का प्रभाव बढ़ेगा। यहां तक कि पश्चिमी देशों पर भी भारत का असर होगा। भारत-अमेरिकी संबंध और प्रगाढ़ होने के आसार हैं। जब दुनिया मंदी का सामना कर रही होगी, तब भारत का अर्थतंत्र मजबूती से खड़ा रहेगा। हालांकि पड़ोसी देशों को लेकर भारत की चिंता बनी रह सकती है। खासकर उत्तर दिशा का क्षेत्र भारत के लिए चिंता का विषय हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में स्थिति बेहतर रहेगी। वहीं, भारत के भीतर नए साल में 22 अप्रैल और 30 अक्टूबर के बीच कुछ नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम हो सकते हैं। इस दौरान पूरी दुनिया की आर्थिक, सामाजिक और धार्मिक व्यवस्था में भी बड़े बदलाव नजर आ सकते हैं। यह भारत के लिए विकास का वर्ष होगा। खासकर अप्रैल 2023 के बाद खेल के क्षेत्र में भारत को नई उपलब्धियां हासिल होने के योग हैं।

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