धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर नया ‘विवाद’, सूरत में गुजरातियों को बताया पागल

अहमदाबाद

बागेश्वर धाम सरकार गुजरात के दौरे पर हैं। सूरत में सुपरहिट शो करने के बाद अहमदाबाद में बारिश और अंतिम वक्त पर कार्यक्रम की जगह बदले जाने से दिव्य दरबार फीका रहा था, लेकिन इस सब के बीच गुजरात में बागेश्वर धाम सरकार के बयानों को लेकर विवाद सामने आ रहे हैं। ताजा विवाद उनके सूरत के बयान को लेकर हो रहा है, जिसमें उन्होंने गुजरात के पागलों कहकर भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान को हिंदू राष्ट्र बनवाने की बात कही थी। इसी बयान में बागेश्वर धाम सरकार ने कहा था कि हम तुम्हें जेब से हनुमान देने आए हैं। गुजरात के रहने वाले डॉ. पराग इस बयान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा है कि जेब से हनुमान देने आएं हैं, भाषा-विचारों की शुद्धि करो बाद में दरबार। बागेश्वर धाम सरकार इससे पहले गुजरात के लोगों को पागलों कहकर संबोधित करने पर विवाद में आए थे। बाद में उन्होंने सफाई दी और कहा था कि पागलों का मतलब जिसने भगवान को पा लिया से है।

मोरारी बापू ने बनाई थी दूरी
गुजरात के विश्व विख्यात रामकथाकार मोरारी बापू ने बागेश्वर धाम सरकार से दूरी बना ली थी। आज धीरेंद्र शास्त्री गुजरात के जिस क्षेत्र में अपना दिव्य दरबार लगाने जा रहे हैं वहां पर मोरारी बापू का खासी प्रतिष्ठा है। राजकोट में धीरेंद्र शास्त्री 1 और दो जून को दरबार लगाने के बाद 3 जून को वडोदरा में दरबार लगाएंगे। धीरेंद्र शास्त्री अपने गुजरात प्रवास में धार्मिक स्थानों का भी दौरा कर रहे हैं। वे सूरत के बाद बनासकांठा स्थित अंबाजी के दर्शन करने गए थे। तो वहीं राजकोट पहुंचने से पहले धीरेंद्र शास्त्री सोमनाथ के दर्शन के लिए गए थे।

राजकोट से शुरू हुआ था विरोध
बागेश्वर धाम सरकार के जब गुजरात दौरे का ऐलान हुआ था तो सबसे पहले राजकोट से विरोध सामने आया था। राजकोट के बैंकर और सहकारी क्षेत्र के अग्रणी पुरुषोतम पिपालिया ने बागेश्वर बाबा को चैलेंज दिया था, हालांकि आयोजन समिति से बातचीत के बाद उनके तेवर नरम पड़ गए थे, लेकिन राजकोट के विज्ञान जाथा नाम की संस्था चलाने वाले डॉ. जयंत पंड्या अभी भी विरोध कर रहे हैं। बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री गुजरात प्रवास के अंतिम पड़ाव में एक इस्कॉन ग्रुप की एक फैक्ट्री का भी उद्घाटन करने जाएंगे। यहां पर उनके फैक्ट्री के कर्मचारियों और मजदूरों से मिलने का कार्यक्रम रखा गया है।

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