एमपी : भाजपा के एक पूर्व विधायक का राजा भैया की तरह भौकाल! बंगले के अंदर पाल रखे हैं मगरमच्छ, आईटी रेड के बाद हुआ खुलासा

सागर

भाजपा के एक पूर्व विधायक का बंगला और उसके अंदर पाले गए मगरमच्छ का वीडियो सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल, बीते दिनों भाजपा के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के बंगले और फर्म पर आईटी ने छापा मारा था। करीब तीन दिन तक चली इस रेड में आईटी ने 14 किलो सोना और करीब पौने चार लाख रुपए मिला था। टीम तो वापस लौट गई, लेकिन गुरुवार को अचानक से इनकम टैक्स की कार्रवाई के दौरान पूर्व विधायक के बंगले में मगरमच्छ पाए जाने का एक कथित वीडियो वायरल हुआ है। हालांकि राठौर बंगले के बताए जा रहे इस वीडियो की पुष्टि नहीं हो सकी है।

दरअसल, सागर जिले की बंडा विधानसभा से पूर्व विधायक व भाजपा नेता हरवंश सिंह राठौर के बंगले पर आईटी रेड के दौरान मगरमच्छ होने की खबर है। इसका एक वीडियो भी मीडिया और सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि जब इनकम टैक्स के अधिकारी बंगले के परिसर में पड़ताल कर रहे थे, उस दौरान उन्हें बंगले से सटे एक हिस्से में मंदिर व चिड़ियाघर जैसा सेटअप भी दिखा था। इसमें लोहे की जालियों से बने एक बाड़े के अंदर टैंक व प्लेटफार्म बना है। इस पर बैठे मगरमच्छ का किसी अधिकारी ने वीडियो बनाया था।

वीडियो में दिख रहे हैं तीन मगरमच्छ
वीडियो में तीन मगरमच्छ सहित कई अन्य प्रजातियों के पक्षी व एक मंदिर होने की बात कही जा रही है। हालांकि वीडियो असली है या नहीं? राठौर बंगले का ही है या नहीं? इसको लेकर कहीं से भी कोई पुष्टि नहीं हो सकी है। राठौर परिवार का कोई भी सदस्य इस मामले में बोलने को तैयार नहीं है। वहीं विधायक के बंगले में बाहरी लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है।

राठौर बंगला और राठौर मंदिर अलग-अलग हिस्से हैं
सागर में राठौर बंगला सदर इलाके में मौजूद हैं। पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के दादाजी के समय से यहां राठौर मंदिर और चिड़ियाघर बनाया गया था। पूर्व में यहां हिरन, मोर, विभिन्न तरह के रंग-बिरंगे पक्षी, कई तरह के जानवर को चिड़ियाघर में रखा गया था। यहां दो टैंक नुमा हिस्से में घड़ियाल भी पूर्व में मौजूद थे। उनकी देखरेख और भोजन का जिम्मा मंदिर के पुजारी और अन्य लोग उठाते थे। बाद में धीरे-धीरे कर जू में जानवर और पशु पक्षियों की संख्या कम होती गई।

लोगों ने कहा बंगले के अंदर हैं मगरमच्छ
बताया जाता है कि दादी के निधन के बाद साल 2018 में चिड़ियाघर में मौजूद मगरमच्छ को अन्यत्र शिफ्ट करने के लिए वन विभाग को राठौर परिवार ने पत्र लिखा था। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। स्थानीय लोग बताते हैं कि पूर्व में हमने जू में 3 मगरमच्छ देखे हैं जो लोहे की जालियों के बने टैंक के आसपास धूप सेंका करते थे। अब हैं या नहीं इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी।

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