12.2 C
London
Monday, October 27, 2025
HomeUncategorizedअमेरिका-चीन का जिक्र कर ग्‍लोबल रेटिंग एजेंसी ने भारत के लिए कह...

अमेरिका-चीन का जिक्र कर ग्‍लोबल रेटिंग एजेंसी ने भारत के लिए कह दी यह बात, साख का है सवाल

Published on

नई दिल्ली

अमेरिका और चीन का जिक्र कर मूडीज रेटिंग भारत के लिए बड़ी बात कह दी है। ग्‍लोबल रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि अमेरिका-चीन तनाव से भारत को फायदा होने की संभावना है। हालांकि, उसने साथ में यह भी जोड़ा है कि भारत की वित्तीय हालत 2025 तक उसकी साख को प्रभावित करती रहेगी। मूडीज की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक और क्षेत्रीय वित्तीय स्थिति में सुधार, घरेलू मांग और स्थिर महंगाई दर से विकास हो रहा है। लेकिन, अमेरिका के प्रस्तावित व्यापार प्रतिबंध पूरे क्षेत्र की आर्थिक पैदावार कम कर सकते हैं। मूडीज का मानना है कि भारत का राजकोषीय घाटा उसकी साख के लिए एक चिंता का विषय बना रहेगा। सरल शब्दों में, सरकार जितना खर्च करती है उससे कम कमाती है तो यह राजकोषीय घाटा होता है। यह घाटा 2025 में भी भारत की साख को प्रभावित कर सकता है।

मूडीज रेटिंग्स की र‍िपोर्ट में क्‍या?
भारत की राजकोषीय स्थिति 2025 में भी उसकी साख पर असर डालती रहेगी। मूडीज रेटिंग्स ने बुधवार को यह बात कही। हालांकि, रेटिंग एजेंसी का मानना है कि अमेरिका-चीन संबंधों में तनाव से भारतीय अर्थव्यवस्था को लाभ हो सकता है। साख निर्धारण एजेंसी मूडीज रेटिंग्स ने ‘एशिया प्रशांत क्षेत्र’ पर अपनी रिपोर्ट में कहा, वैश्विक और क्षेत्रीय वित्तीय स्थितियों में मामूली सुधार से मजबूत घरेलू मांग के साथ ग्रोथ और महंगाई दर में स्थिरता आ रही है। हालांकि, अमेरिका के प्रस्तावित व्यापार प्रतिबंध पूरे क्षेत्र में आर्थिक उत्पादन को कमजोर कर देंगे।

मूडीज ने कहा, ‘भारत की राजकोषीय स्थितियां 2025 में भी इसकी साख क्षमता को बाधित करती रहेंगी। हमें उम्मीद है कि फिस्‍कल कंसोलिडेशन धीरे-धीरे होगा और साख, बीएए रेटिंग वाले समकक्षों के 57 फीसदी के औसत से काफी अधिक रहेगी।’

2025 में भी बना रहेगा र‍िस्‍क
इसमें कहा गया, ‘हाल के वर्षों में रेवेन्‍यू में ग्रोथ के बावजूद हमारा अनुमान है कि कर्ज सामर्थ्य भी ‘रेटेड’ प्रतिस्पर्धियों की तुलना में काफी कमजोर रहेगा।’रिपोर्ट कहती है कि राजनीति और सामाजिक अशांति महत्वपूर्ण आर्थिक तथा राजकोषीय जोखिम उत्पन्न करती है। एशिया प्रशांत में भू-राजनीतिक जोखिम 2025 में भी जारी रहेंगे, जो अमेरिका-चीन संबंधों तथा क्षेत्रीय तनाव से उत्पन्न होंगे। मूडीज का आकलन है कि ताइवान जलडमरूमध्य या कोरियाई प्रायद्वीप में सैन्य संघर्ष की आशंका कम है। खासकर अमेरिका-चीन संबंधों के चलते तनाव उच्चस्तर पर बना रहेगा।

Latest articles

टीम इंडिया में चयन न होने पर सरफराज खान ने तोड़ी चुप्पी! दिया सिर्फ एक शब्द का जवाब, खिलाड़ियों ने भी किया सपोर्ट

भारतीय क्रिकेट टीम में जगह न मिलने पर लगातार नजरअंदाज किए जा रहे युवा...

“2020 राष्ट्रपति चुनाव इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला, जाँच कराओ!” डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों उठाई ये ‘जबरदस्त’ मांग?

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) एक बार फिर 2020 के राष्ट्रपति...

More like this

Odisha cyclone alert:ओडिशा पर मंडराया ‘चक्रवात’ का खतरा! 27 अक्टूबर तक भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट, सरकार ने युद्धस्तर पर की ये...

Odisha cyclone alert:बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान की गतिविधियां सक्रिय होने से ओडिशा...

दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने 16 मासूम बच्चों की मौतों को लेकर सरकार पर किया तीखा प्रहार

दिल्ली।बुधवार को दिल्ली में एआईसीसी मुख्यालय में मध्य प्रदेश और राजस्थान में जहरीले कफ...