कानपुर:
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर पहुंच गए हैं। उन्होंने यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कानपुर में विकास का एक कार्यक्रम 24 अप्रैल को होने वाला था लेकिन पहलगाम हमले के कारण मुझे अपना कानपुर दौरा रद्द करना पड़ा। बेटी ऐशान्या का दर्द, आक्रोश हम सब महसूस कर सकते हैं। पहलगाम कायरता पूर्ण हमले में कानपुर के शुभम दिवेदी भी इस बर्बरता के शिकार हुए।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी बहनों बेटियों का वही आक्रोश ऑपरेशन सिंदूर के रूप में पूरी दुनिया ने देखा है। हमने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकाने घर में घुसकर, सैकड़ों मील अंदर जाकर तबाह कर दिए। उन्होंने कानपुरिया अंदाज में बोला- दुश्मन चाहे कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा।
कानपुर आए पीएम ने कहा- हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम किया कि पाकिस्तानी सेना को गिड़गिड़ाकर युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा। स्वतंत्रता संग्राम की इस धरती से सेना के शौर्य को बार-बार सैल्यूट करता हूं। मैं फिर कहना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो दुश्मन गिड़गिड़ा रहा था वह किसी धोखे में न रहे, ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।
भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र स्पष्ट रूप से तय किए हैं। पहला- भारत हर आतंकी हमले का कारारा जवाब देगा। उसका समय, जवाब देने का तरीका और जवाब देने की शर्तें हमारी सेनाएं खुद तय करेंगीं। दूसरा- भारत अब एटम बम की गीदड़ भभकी से नहीं डरेगा। और न ही उसके आधार पर कोई फैसला लेगा। तीसरा- आतंक के आका और आतंक की सरपरस्त सरकार को भारत एक ही नजर से देखेगा।