हरिद्वार ।
भारत सरकार की राजभाषा नीति के अधिक प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बीएचईएल, हरिद्वार में 48 विभागीय राजभाषा समितियों के अध्यक्षों, सचिवों एवं सह सचिवों की एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में लगभग 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस अवसर पर हरीश सिंह बगवार, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक एवं सचिव, राजभाषा कार्यान्वयन समिति के नेतृत्व में राजभाषा नीति से संबंधित संवैधानिक उपबंधों, माननीय राष्ट्रपति के आदेशों, राजभाषा अधिनियम तथा वार्षिक कार्यक्रम आदि पर गहन विचार-विमर्श किया गया तथा भावी कार्ययोजना का निर्धारण किया गया।
संगोष्ठी में श्रीमती शशी सिंह, उप प्रबंधक (राजभाषा) तथा योगेंद्र प्रसाद, राजभाषा अधिकारी द्वारा विभागीय राजभाषा समिति के अध्यक्षों, सचिवों एवं सह सचिवों के उत्तरदायित्वों एवं कर्तव्यों के साथ-साथ राजभाषा से संबंधित नियमों की विस्तृत जानकारी दी गई। संगोष्ठी के अंतिम चरण में आयोजित चर्चा सत्र के दौरान प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया तथा उनसे उपयोगी सुझाव भी आमंत्रित किए गए।
उल्लेखनीय है कि राजभाषा कार्यान्वयन में अग्रणी बीएचईएल, हरिद्वार में हिंदी के प्रयोग, प्रचार एवं प्रसार हेतु निरंतर र्यशालाओं, कार्यक्रमों एवं विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जिससे सभी स्तरों पर कर्मचारियों द्वारा स्वप्रेरणा से हिंदी में कार्य करने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। इस श्रृंखला की यह संगोष्ठी संस्थान के व्यावसायिक हितों के संवर्धन के साथ-साथ राजभाषा हिंदी के प्रभावी क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। संगोष्ठी में बीएचईएल के अनेक वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी तथा राजभाषा विभाग के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
