भोपाल
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लोग नए साल का जश्न मनाएंगे लेकिन भाईजान लोग मुंह ताकते रह जाएंगे। भाईजान इस जश्न का केवल नजारा देखेंगे। यह बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि भोपाल शहर के काजी मुश्ताक अली नदवी ने नए साल के जश्न को लेकर एक फरमान जारी कर दिया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर मुस्लिम नौजवानों से नए साल का जश्न मनाने से पूरी तरह से परहेज करने की अपील की है। काजी ने नसीहत देते हुए कहा है कि रात को नींद खुले या नींद न आए तो घर में ही बैठकर दुआ करें। नाचना गाना हमारा कल्चर नहीं है।
वीडियो में नदवी ने कहा है कि नव वर्ष का जश्न शिर्क (इस्लामिक तौर पर गलत) है। खासतौर से रात को होटलों में जाना, नशे करना, शराब पीना, फार्म हाउसों में जाकर जश्न मनाना ये गलत काम है। काजी ने मुस्लिम नौजवानों से अपील की है कि खुदा के वास्ते आप इस जश्न से बचीए। तेज आवाज में गाने बजाना और शोर शराबा करना मुस्लिम रिवायतों के खिलाफ है। इस तरह के आयोजनों से मुकम्मल तौर पर परहेज करना चाहिए।
बरेली के मौलवी ने भी जारी किया है फतवा
बता दें कि इसके पहले बरेली के एक मौलाना ने एक फरमान जारी कर दिया है। मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने एक फतवा जारी कर कहा है कि नए साल के जश्न में शामिल होने वाला मुस्लिम गुनहगार है। जश्न मनाना और मुबारकबाद देना शरीयत के खिलाफ है। यह त्योहार सिर्फ ईसाइयों का है। मुसलमानों को इससे दूर रहना चाहिए। इस फरमान के बाद लोगों का कहना है कि जब पूरा शहर नए साल का जश्न मना रहा होगा तो उस समय मुस्लिम भाई लोग घरों में दुबके रहे होंगे।