18.5 C
London
Monday, September 15, 2025
Homeभोपाल'किसी को भी जीवन लेने का अधिकार नहीं', बकरीद पर कुर्बानी को...

‘किसी को भी जीवन लेने का अधिकार नहीं’, बकरीद पर कुर्बानी को लेकर क्या बोले बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री

Published on

छतरपुर

देशभर में ईद-उल-अजहा यानी बकरीद 7 जून के दिन मनाई जाएगी। इसके लिए मुस्लिम समुदाय की तैयारियां पूरी हो चुकी है। इस बीच बागेश्वर धाम के मुख्य पुजारी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बयान वायरल हो रहा है। उन्होंने पशु बलि प्रथा का कड़ा विरोध करते हुए बड़ा बयान दिया है। खासकर इस्लामी त्योहार बकरीद पर कुर्बानी को लेकर दिए बयान की चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि किसी को भी जीवन लेने का अधिकार नहीं है।

दरअसल, अपनी प्रभावशाली आध्यात्मिक उपस्थिति के लिए जाने जाने वाले पंडित शास्त्री ने आधुनिक समाज में अहिंसा को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सभी समुदायों से जीवों को नुकसान पहुंचाने वाले अनुष्ठानों से आगे बढ़ने का आग्रह किया। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जीव हिंसा किसी भी धर्म में हो, वह निंदनीय है।

कुर्बानी को लेकर क्या बोले धीरेंद्र शास्त्री
छतरपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए, शास्त्री ने बकरीद पर बकरे की बलि के बारे में बात करते हुए कहा, ‘जीवों के खिलाफ हिंसा किसी भी समुदाय, संस्कृति या धर्म में स्वीकार्य नहीं है। अगर हम किसी को जीवन नहीं दे सकते तो हमें उसे मारने का अधिकार भी नहीं है।’

बलि के इतिहास पर कही बड़ी बात
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि संभवना है कि इतिहास में किसी विशेष समय या परिस्थिति में पशु बलि की परंपरा रही हो। लेकिन अब समय बदल गया है। ऐसी परंपराओं को रोकना चाहिए। उन्होंने बताया कि आधुनिक युग धार्मिक अभिव्यक्ति के लिए अधिक दयालु और मानवीय विकल्प प्रदान करता है।

अहिंसा को लेकर दिया संदेश
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हम किसी भी प्रकार की बलि के पक्ष में नहीं हैं। इसलिए, हम बकरीद के पक्ष में भी नहीं हैं। समय बदल गया है। अब हमारे पास उपचार, प्रार्थना और सहायता के अन्य साधन हैं। हम सभी सभ्य और शिक्षित लोग हैं। इसलिए हमारा मानना है कि किसी भी जीव के खिलाफ हिंसा को रोका जाना चाहिए। अहिंसा के मूल हिंदू दर्शन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘हमें ‘अहिंसा परमो धर्म’ के मार्ग पर चलना चाहिए, अहिंसा सर्वोच्च कर्तव्य है।’

बागेश्वर धाम ने सभी धर्मों के अनुयायियों से जीवन की पवित्रता पर चिंतन करने और अधिक शांतिपूर्ण, दयालु प्रथाओं को अपनाने की अपील की। साथ ही कहा, ‘जीवों के खिलाफ हिंसा को रोकने से सभी धर्मों को लाभ होगा और एक नई प्रेरणा और संकल्प को जन्म मिलेगा कि हर प्राणी को जीने का अधिकार है।’

Latest articles

गोविंदपुरा विधानसभा के बरखेड़ा पठानी मे पांच परिवारों के मकान ढहाए

भेल भोपाल।गोविंदपुरा विधानसभा के वार्ड 56 में बीते दिनों हुई भारी बारिश के बीच...

बीएचईएल सेवानिवृत्त सुपरवाइजर को साइबर धोखेबाजों ने लगाया 68 लाख का चूना

भोपाल।वर्षीय सेवानिवृत्त बीएचईएल सुपरवाइजर दो महीने तक चले "डिजिटल गिरफ्तारी" घोटाले का शिकार हो...

बीएचईएल को भारतीय रेलवे को कवच प्रणाली की आपूर्ति के लिए 23 करोड़ रुपये का मिला ऑर्डर

भेल भोपाल।सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स को भारतीय रेलवे (दक्षिण पश्चिम...

बीएचईएल में “उद्योग में हरित ऊर्जा का उपयोग” पर प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

भेल भोपाल।बीएचईएल भोपाल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “उद्योग में हरित ऊर्जा के...

More like this

गोविंदपुरा विधानसभा के बरखेड़ा पठानी मे पांच परिवारों के मकान ढहाए

भेल भोपाल।गोविंदपुरा विधानसभा के वार्ड 56 में बीते दिनों हुई भारी बारिश के बीच...

बीएचईएल सेवानिवृत्त सुपरवाइजर को साइबर धोखेबाजों ने लगाया 68 लाख का चूना

भोपाल।वर्षीय सेवानिवृत्त बीएचईएल सुपरवाइजर दो महीने तक चले "डिजिटल गिरफ्तारी" घोटाले का शिकार हो...

भोपाल नगर निगम को ‘घिनौनी’ लापरवाही के लिए नोटिस, हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की धमकी

भोपाल।— मुख्यमंत्री आवास से कुछ ही मीटर की दूरी पर, प्रसिद्ध 'बड़ा तालाब' पर,...