भोपाल
केंद्र सरकार की रिवेम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कॉच (डीआरएसएस) योजना के तहत मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कंपनी में स्मार्ट मीटर बेहतर काम कर रहे हैं। जहां-जहां-जहां-युआन म्यूजियम मार्ट मीटर प्लांट जा चुके हैं, वहां पर समय-समय पर बिलिंग और इंटेलीजेंस हो रही है। कंपनी के भोपाल, नोएडा, 16 नवंबर, 2019 तक 2 लाख स्मार्ट मीटर की क्षमता प्रदर्शित की गई। कंपनी ने कहा है कि कंपनी के उत्पादों को बेहतर बिजनेस, व्यावसायिक बिलिंग और ऊर्जा क्षेत्र में सुधार किया जा रहा है। कंपनी के रिकॉर्ड मीटर का उपयोग समय सीमा में पूर्ण करने के लिए किया गया है।
वास्तविक समय डेटा उपलोड
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने मेडिकल मार्ट मीटर के एनाउंसमेंट जारी करते हुए कहा है कि मेडिकल मार्ट मीटर से रियल टाइम डेटा की जांच की जा सकती है, जिससे सहायक उपकरण और समय पर बिलिंग सुनिश्चित की जा रही है। कंपनी ने बताया कि कहां-कहां भी मेमोरियल मार्ट मीटर का अवलोकन किया जा रहा है, वहां पर बिलिंग और इंटेलीजेंस का समय हो रहा है, इससे सभी उपभोक डेमोक्रेसी सेंटुस्कूशन हैं। नए टायराइक के अनुसार मार्ट मार्ट मीटर उपभो ट्रेक्टरों को अब होटल के आधार पर दिन के टैरी में 20 प्रतिशत की छूट भी दी जा रही है।
बुद्धि में कोई गड़बड़ी नहीं
इलेक्ट्रोइलेक्ट्रिक विद्युत वितरण कंपनी ने अपने एलसीडीएन्टर्गट से जब से स्मारक क्षेत्र मीटर का मूल्यांकन करने की अपील की है, तब से लेकर अब तक मूल्यांकन मार्ट मीटर के समाराट उपकरणों के परिणाम आने शुरू हो गए हैं। उपभो प्रोसेसरों को वास्तविक समय में ऊर्जा उद्यमों की सूची और अद्यतन जानकारी मिल रही है , साथ ही बुद्धि में किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई है। इसके अलावा उपभोआट्रिक्स के परिसर में छात्र-छात्राओं को लेने की जरूरत भी नहीं है , ऑटो-आध्यात्मिक रोगियों के लिए निर्धारित तिथि पर पंजीकृत मोबाइल पर बिल जारी किया जा रहा है।
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बिलों में त्रुटि की संभावना नहीं
इलेक्ट्रिकल मीटरों से बिजली के बिलों में त्रुटिपूर्ण अनुमान बहुत कम हो गया है और इलेक्ट्रिकल मीटरों से चोरी होने पर भी सर्टिफिकेट गलत साबित हो रहे हैं। मार्ट मार्ट वास्तविक समय में अपनी बिजली की आपूर्ति पर नजर रखने में मदद करता है , जिससे उपभोक उपकरणों को भी आपके उपकरणों को बेहतर ढंग से समझा जा सकता है और गैर सरकारी उपकरणों को बंद करके ऊर्जा की बचत की जा सकती है।
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