20 C
London
Wednesday, July 9, 2025
Homeभोपालभाजपा के पूर्व विधायक हरवंश राठौर तो एमपी के राजा भैया निकले,...

भाजपा के पूर्व विधायक हरवंश राठौर तो एमपी के राजा भैया निकले, जानें प्राइवेट जू में रखते थे कौन-कौन से जानवर’

Published on

सागर:

उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता राजा भैया की तरह मप्र के बुंदेलखंड में भी भाजपा के एक पूर्व विधायक का नाम मगरमच्छ पालने को लेकर खूब चर्चाओं में है। सागर में हरवंश सिंह राठौर के घर आईटी रेड के बाद मगरमच्छ पले होने का खुलासा हुआ था। वनविभाग की टीम ने दो दिन तक चले रेस्क्यू के बाद चार मगरमच्छ को सुरक्षित नौरादेही अभयारण के पूल बल में छोड़ दिया है।

अवैध जू में थे बंदर
बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक के इस अवैध जू में बंदर भी थे, हालांकि उन्हें वहीं जंगल में छोड़ दिया गया है। वन विभाग को और क्या-क्या जानवर या पशु-पक्षी मिले हैं, इस पर विभाग ने कुछ भी जानकारी साझा नहीं की है।

चार मगरमच्छ का रेस्क्यू किया
बंडा से भाजपा के टिकट पर विधायक रहे हरवंश सिंह राठौर के बंगले से बीते शनिवार-रविवार को वन विभाग की टीम ने काफी मशक्कत के बाद 20 फीट से अधिक गहरे टैंकों से चार मगरमच्छ को रेस्क्यू किया है। राठौर बंगले से सटे एक विशेष क्षेत्र में राठौर मंदिर करीब 70 सालों से मौजूद है। करीब 60-62 सालों से यहां पर चिड़ियाघर मौजूद था। वन विभाग द्वारा 4 मगरमच्छों के अलावा कुछ बंदरों के भी यहां से रेस्क्यू किए जाने की जानकारी मिली है।

बंदरों को जंगल में छोड़ दिया गया
हालांकि इन बंदरों को पिंजरे में बंद करने के बजाय हरवंश सिंह के बंगले के पास के जंगल में स्वच्छंद छोड़ दिया गया था। वन विभाग अब अवैध रूप से मगरमच्छ पाले जाने के मामले में वन्य प्राणी अधिनियम के तहत पूर्व विधायक, उनके भाई सहित परिजन के खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी कर रहा है।

यूपी के विधायक राजा भैया पालते थे मगरमच्छ
दरअसल, मगरमच्छ पाले जाने का देश में पहला मामला यूपी के राजा भैया का सामने आया था। उनके यहां छापेमारी के बाद पता चला था कि मछली पालने वाले तालाब में उन्होंने मगरमच्छ पाल रहे थे। अब उसी तरह का दूसरा मामला सागर से सामने आया है।

टाइगर रिजर्व के पूल में रखे गए हैं मगरमच्छ
रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व (नौरादेही) के डीएफओ अब्दुल अलीम अंसारी ने बताया कि दक्षिण वन मंडल सागर और उत्तर वन मंडल सागर के नेतृत्व में हमारे टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम ने पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के बंगले के अंदर बने टैंक से 4 मगरमच्छ को रेस्क्यू किया है। इन्हें टाइगर रिजर्व के अंदर बने विशेष पूल में रखकर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। सबकुछ ठीकठाक होने पर इन्हें बमनेर नदी में छोड़ दिया जाएगा। राठौर बंगले से और कोई जानवर या पशु-पक्षी रेस्क्यू करने की जानकारी हमारे पास नहीं आई है।

पहले थे हिरण, चीतल, मोर, रंग-बिरंगे पक्षी
जानकारी अनुसार राठौर बंगले के एक बड़े हिस्से में करीब 1964-65 में पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के दादा दुलीचंद राठौर ने निजी चिड़ियाघर बनवाया था। उस समय इसमें कोई रजिस्ट्रेशन या अनुमति नहीं लगती थी। इस जू में लंबे समय तक मगरमच्छ, घड़ियाल, हिरण, चीतल, रंगीन मछलियां, बंदर, कई प्रजाति के रंगीन पक्षी सहित अन्य जानवर रखे गए थे। सागर और आसपास के लोग यहां चिड़ियाघर देखने जाते थे।

इनकम टैक्स की रेड में मगरमच्छ का खुलासा
गौरतलब है कि बीते 5 जनवरी को इनकम टैक्स की टीम ने सागर में पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के बंगले में छापामार कार्रवाई की थी। उनके अलावा भाजपा के एक पूर्व पार्षद व उनके एक कारोबारी सहयोगी के यहां भी एक साथ आईटी ने छापा मारा था। टीम को हरवंश के बंगले से 14 किलो सोना सहित करीब 4 करोड़ कैश मिला था। इसके अलावा उनके बिजनेस पार्टनर पूर्व पार्षद राजेश केशरवानी के यहां से 140 करोड़ के नकद लेनदेन और करीब 4 किलो सोने के जेवर व गोल्ड मिला था।

राठौर बंगले के रेड के दौरान आईटी टीम की पड़ताल में ही मगरमच्छ पले होने की जानकारी सामने आई थी। इसके बाद यह मामला सुर्खियों में आया और फिर वन विभाग की टीम ने बंगले से मगरमच्छ को रेस्क्यू किया है। बताया जा रहा है कि जिन टैंक में मगरमच्छ पले थे, उनको मुरम डालकर बंद करा दिया गया है।

Latest articles

समय सीमा में पूरा करें निर्माणाधीन और स्वीकृत मार्ग राज्यमंत्री श्रीमती गौर

भेल भोपालसमय सीमा में पूरा करें निर्माणाधीन और स्वीकृत मार्ग राज्यमंत्री श्रीमती गौर,पिछड़ा वर्ग...

BHEL में ITI पास युवाओं के लिए निकली बंपर भर्ती 515 पदों पर सरकारी नौकरी का सुनहरा मौका, ऐसे करें आवेदन

BHEL : भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने ITI पास युवाओं के लिए नौकरी...

ACCIDENT IN BAGESHWAR DHAM: ढाबे की दीवार गिरी एक महिला की मौत 10 से ज़्यादा श्रद्धालु घायल

ACCIDENT IN BAGESHWAR DHAM: बागेश्वर धाम में मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया....

More like this

MP PHQ Transfer Orders:मध्यप्रदेश में पुलिस विभाग का बड़ा फेरबदल 9 पुलिस इंस्पेक्टर EOW और लोकायुक्त में प्रतिनियुक्ति पर भेजे गए

MP PHQ Transfer Orders: मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय ने सोमवार को प्रशासनिक आदेश जारी करते...

स्वास्थ्य विभाग के आउटसोर्स कर्मचारी, भेल ठेका श्रमिकों को नहीं मिल रहा न्यूनतम वेतन

भोपाल.स्वास्थ्य विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा है।...