नई दिल्ली,
बारिश ने महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी नुकसान पहुंचाया है. यहां की हजारों एकड़ की फसलें बर्बाद हो गई हैं. मराठावाड़ा के औरंगाबाद, बीड, हिंगोली, जालना, लातूर, नांदेड़, उस्मानाबाद और परभणी जिलों के 6 लाख किसानों की आजीविका पर संकट खड़ा हो गया है. एक रिपोर्ट के अनुसार, तकरीबन यहां की 3.80 लाख हेक्टेयर भूमि की फसलें पूरी तरह से खराब हो गई है. इनमें से नांदेड़ सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 2,98,861.19 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है.
किया जा रहा है सर्वेक्षण
कृषि विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, राजस्व विभाग ने मराठावाड़ा क्षेत्र के 1,73,717 हेक्टेयर भूमि का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है. यह कुल प्रभावित क्षेत्र का 45.85 प्रतिशत है. इस साल अब तक इस क्षेत्र में 462.3 मिमी बारिश हुई है, वहीं औसतन यहां 296.2 मिमी बारिश होती है.
इतने लोगों की हुई मौत
मराठावाड़ा में बारिश से अब तक 660 जानवरों की मौत हो चुकी है. वहीं, बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक 46 लोगों की जान गई है, जिनमें से 25 की बिजली गिरने से, 20 की डूबने से और एक की दीवार गिरने से मौत हो गई है. इसके अलावा किसानों की 3.80 लाख हेक्टेयर भूमि की फसलें पूरी तरह से खराब हो गई है. यहां के 12 जलापूर्ति योजनाओं, 460 पुलों, 43 सिंचाई योजनाओं को भी भारी नुकसान हुआ है. इसके अलावा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और अन्य सरकारी भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
अन्य जिलों में भी बारिश का कहर
बता दें पूरे महाराष्ट्र में इस बार मॉनसून की बारिश ने भयंकर कहर बरपाया है. पालघर, रत्नागिरी, अमरावती और नागपुर जैसे जिलों में बारिश का कहर दिखा था. इन जिलों में अभी भी तबाही टली नहीं है. यहां के नदियां और नाले उफान पर हैं. ऐसे में यहां के लोगों को अधिक सतर्क रहने को कहा गया है.