छतरपुर
रामचरितमानस पर पूरे देश में विवाद जारी है। लखनऊ में इसकी प्रतियां जलाई गई हैं। बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस विवाद पर नाराजगी जताई है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि जिस ग्रंथ की शुरुआत ही भगवान राम के नाम से है, उसके प्रति अगर इस प्रकार का कृत्य किया जा रहा है, तो यह घोर निंदनीय है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि हमें इसके पीछे षड्यंत्र नजर आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिनलोगों ने भी रामचरितमानस की प्रतियां जलाईं, वह बहुत निंदनीय है। बागेश्वर धाम महाराज ने कहा कि अब सनातनियों को एक होना पड़ेगा। हमलोग कब तक यह सब सहेंगे। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि इसके पीछे कोई बहुत बड़ा प्लान है। साथ ही बड़ी टीम काम कर रही है। ये सभी हिंदुओं को आपस में लड़वाना चाहते हैं। हिंदुओं को आपस में लड़वाकर ये लोग राज करना चाहते हैं। हम प्रत्येक भारतीय हिंदू से अपील करते हैं कि आपको जागना पड़ेगा। ऐसे लोग जिन्होंने रामचरितमानस पर उंगली उठाई है, उनसे हाथ मिलाना है या क्या मिलाना है। यह जवाब सबको देना पड़ेगा।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि इस विवाद पर सभी लोग अपना जवाब दें। ऐसे व्यक्तियों को जवाब देना होगा कि ताकि लौटकर टेढ़ी निगाहों से मत देखो। रामचरितमानस पर उंगली उठाने वाले लोगों को भारत में रहने का अधिकार नहीं है। हम पूरे भारत के लोगों से कब से चिल्ला और बोल रहे हैं कि सब एक हो। सब लोग एकजुट हो जाओ। रामचरितमानस हमारा राष्ट्रीय ग्रंथ हो और भारत हिंदू राष्ट्र बने। हम सभी लोग एकजुट रहेंगे। यह हमारा प्रण है।
क्या है विवाद
दरअसल, रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने सबसे पहले सवाल उठाया था। विवाद बढ़ने के बावजूद वह अपने बात पर कायम रहे हैं। इसके बाद यूपी में स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस पर सवाल उठाए। साथ ही लखनऊ में कुछ लोगों ने रामचरित मानस की प्रतियां भी जलाईं। इसके बाद से विवाद बढ़ता जा रहा है।