वॉशिंगटन:
अमेरिका में 8 अप्रैल को लगने वाले सूर्य ग्रहण को लेकर काफी हलचल है। नियाग्रा क्षेत्र के अधिकारियों ने तो सूर्य ग्रहण के पहले अपने क्षेत्र में आपातकाल का ऐलान कर दिया है। वहीं, फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने भी सूर्य ग्रहण को लेकर हवाई यातायात और हवाई अड्डों पर संभावित प्रभावों के बारे में चेतावनी दी। नियाग्रा के अधिकारियों को डर है कि इस दिन बड़ी संख्या में लोग इस दुर्लभ नजारे के दीदार के लिए पहुंचेंगे। ऐसे में इस महत्वपूर्ण दिन पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आपातकाल को लागू किया गया है। नियाग्रा क्षेत्रीय अध्यक्ष जिम ब्रैडली ने एक बयान में कहा कि नियाग्रा विस्मयकारी खगोलीय घटना को देखने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक है और इस क्षेत्र में हजारों लोगों के आने की उम्मीद है।
नियाग्रा के क्षेत्रीय अध्यक्ष ने क्या कहा
नियाग्रा क्षेत्रीय प्रशासन कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, “…अत्यधिक सावधानी बरतते हुए, क्षेत्रीय अध्यक्ष जिम ब्रैडली ने आपातकालीन प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा अधिनियम (ईएमसीपीए) के तहत सक्रिय रूप से नियाग्रा क्षेत्र के लिए आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी, जो आज, 28 मार्च से प्रभावी है।” बयान में उल्लेख किया गया है कि आगंतुकों को बिना किसी बाधा के क्षेत्र में आने की अनुमति दी जाएगी। इसमें कहा गया है कि स्थानीय सरकारें, आपातकालीन एजेंसियां, स्कूल इसे संभव बनाने के लिए प्रांत और अन्य प्रमुख भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
आपातकाल का क्या होगा असर
बयान में कहा गया है कि “ईएमसीपीए के तहत आपातकाल की घोषणा करने से निवासियों और आगंतुकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा करने और किसी भी स्थिति में हमारे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की रक्षा करने के लिए क्षेत्र के पास उपलब्ध उपकरण मजबूत हो जाते हैं।” बयान में उल्लेख किया गया है कि नियाग्रा क्षेत्र अपने कुछ कार्यक्रमों और सेवाओं में संशोधन करेगा और 8 अप्रैल को सड़कों से यातायात को दूर रखने के लिए कुछ सुविधाओं को बंद कर देगा। ब्रैडली ने कहा, “8 अप्रैल को, स्पॉटलाइट नियाग्रा पर होगी क्योंकि हजारों आगंतुक जीवन में एक बार होने वाले इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए हमारे साथ जुड़ेंगे और हम चमकने के लिए तैयार होंगे।”
फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने भी जारी की चेतावनी
फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने एक बयान में पायलटों को 7-10 अप्रैल के दौरान ग्रहण पथ पर हवाई यातायात और हवाई अड्डों पर संभावित प्रभावों के बारे में चेतावनी दी है। एफएए ने कहा है, “पायलटों को ग्रहण के रास्ते में स्थित हवाईअड्डों पर परिचालन परिवर्तन और औसत से अधिक यातायात की मात्रा के लिए तैयार रहना चाहिए।”