नई दिल्ली
धनतेरस के अवसर पर तेल कंपनियों ने पेट्रोल पंप डीलरों को बड़ी सौगात दी है। उनकी 7 सालों से चली आ रही डिमांड पूरी हो गई है। इस कदम के चलते देश के कई राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दाम घटेंगे। उपभोकताओं को बेहतर सेवाएं मिलेंगी। तेल कंपनियों ने दूरदराज के स्थानों पर बने उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए अंतर-राज्य माल ढुलाई को युक्तिसंगत बनाने का भी बड़ा फैसला लिया है। दूर-दराज के ये वो स्थान हैं जो तेल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) के पेट्रोल और डीजल डिपो से दूर हैं।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस फैसले का स्वागत किया है। तेल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने पेट्रोल पंप डीलरों को मिलने वाले कमीशन को बढ़ाने का फैसला लिया है। इससे देश के कई हिस्सों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम होंगी। यह फैसला उन दूर-दराज के इलाकों के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए लिया गया है जो पेट्रोल और डीजल के डिपो से बहुत दूर हैं।
ओएमसी ने इंट्रा-स्टेट फ्रेट रेशनलाइजेशन करने का भी फैसला किया है। इससे भी दूर-दराज के इलाकों में पेट्रोल और डीजल सस्ता मिलेगा। हालांकि, चुनाव वाले राज्यों और क्षेत्रों में यह फैसला बाद में लागू होगा।यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस विजन को दर्शाता है जिसके तहत वह देश के दूर-दराज के इलाकों को भी बाकी हिस्सों के बराबर लाना चाहते हैं। इसका उदाहरण पूर्वोत्तर क्षेत्र है जहां सड़क, हवाई और रेलवे का विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार किया गया है।
इस फैसले से ओडिशा के मलकानगिरी जिले के कुननपल्ली और कालीमेला में पेट्रोल और डीजल के दाम कम हो जाएंगे। कुननपल्ली में पेट्रोल ₹4.69 और डीजल ₹4.45 सस्ता होगा। वहीं, कालीमेला में पेट्रोल ₹4.55 और डीजल ₹4.32 सस्ता होगा। इसी तरह छत्तीसगढ़ के सुकमा में पेट्रोल ₹2.09 और डीजल ₹2.02 सस्ता होगा। डीलर कमीशन बढ़ाने से लगभग 7 करोड़ लोगों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी। ये लोग रोजाना देशभर में मौजूद पेट्रोल पंपों पर जाते हैं।
डीलर कमीशन बढ़ाने से ईंधन की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। पिछले 7 साल से लंबित इस मांग के पूरा होने से पेट्रोल पंप डीलरों और कर्मचारियों के चेहरे खिल उठे हैं। देशभर में 83,000 से ज्यादा पेट्रोल पंपों पर लगभग 10 लाख कर्मचारी काम करते हैं।