लादेन से पैसा लेकर कसाब को पालने वाला हाफिज सईद के लश्कर का हेडक्‍वार्टर तबाह, वीडियो में दिखा मलबा

इस्लामाबाद

भारतीय सेना की पाकिस्तान पर की गई मिसाइल स्ट्राइक में हाफिज सईद और उसके आतंकी गुट लश्कर-ए-तैयबा को तगड़ा झटका लगा है। भारतीय सेना ने लाहौर के पास मुरीदके में स्थित मस्जिद परिसर पर मिसाइल हमला कर उसे खुर्दबुर्द कर दिया है। इस परिसर और मरकज तैयबा नाम से जाता है, ये आतंकी हाफिज सईद के संगठन लश्कर-ए-तैयबा काऑपरेशनल हेडक्वार्टर है। भारतीय सेना के हमले के बाद जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें इस परिसर में बनी इमारतें पूरी तरह खंडहर में तब्दील हुई दिख रही हैं।

मुदीरके का मरकज तैयबा करीब 82 एकड़ में फैला हुआ है। इसे पाकिस्तान की ‘आतंक की नर्सरी’ कहा जाता है। इसमें कई मदरसे, हॉस्टल और टेरर ट्रेनिंग कैंप हैं। भारतीय खुफिया एजेंसी लंबे समय से इस पर नजर रख रही थी क्योंकि इस परिसर का भारत में होने वाले आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में नाम सामने आता रहा है। भारत के मिसाइल हमले के बाद ये सिर्फ मलबे का ढेर रह गया है।

लादेन और कसाब का इस परिसर से रहा संबंध
मुरीदके में मरकज तैयबा की शुरुआत करीब ढाई दशक पहले 2000 में हुई थी। इसके लिए अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन ने अरबों पाकिस्तानी रुपए (10 मिलियन यूएस डॉलर) दिए थे। पाकिस्तान में अपनी स्थापना के कुछ समय में ही यह मरकज हाफिज सईद के नेतृत्व वाले आतंकी संगठन लश्कर तैयबा का मुख्य अड्डा बना गया। इस जगह पर लश्कर के आतंकियों के लिए रहने के क्वार्टर बने हुए हैं। यहीं उनकी हथियार और आतंक की ट्रेनिंग होती है।

रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2008 के मुंबई हमलों में शामिल आतंकी ऑपरेटरों को भी इसी मरकज में प्रशिक्षित किया गया था। भारत में खून बहाने वाला आतंकी अजमल कसाब को भी इस परिसर में ट्रेनिंग मिली थी। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के मार्गदर्शन में यहीं उसे हमले के लिए तैयार किया गया था। लश्कर के और भी कई आतंकियों का नाम भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने में सामने आता रहा है।

भारत ने दिया कड़ा संदेश
भारतीय खुफिया रिपोर्टों में कई बार ये सामने आया मुदीरके के इस परिसर में स्थानीय के साथ-साथ विदेशी युवाओं को भी आतंक की ट्रेनिंग देने के लिए लाया जाता है। इस परिसर में हर साल करीब 1,000 युवाओं को ट्रेनिंग देने का दावा किया जाता है। ऐसे में मुरीदके पर अटैक सीधे-सीधे पहलगाम आतंकी हमले का जवाब है। पहलगाम हमले की द रेजिस्टेंस फ्रंट नाम से जिस गुट ने जिम्मेदारी ली है, वह लश्कर तैयबा ही हिस्सा है। भारत का इस परिसर पर हमला करने का मकसद इसके बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के साथ ही आतंकियों के अंदर ये डर बैठाना भी है।

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